राजकोट ट्रैफिक पुलिस को बॉडी वार्न कैमरा मुहैया कराया जाएगा. जिसमें 300 पुलिसकर्मी नागरिकों के व्यवहार की रिकॉर्डिंग करेंगे. ट्रैफिक पुलिस और लोगों के बीच होने वाली तकरार की रिकॉर्डिंग भी होगी. राजकोट ट्रैफिक पुलिस को कैमरा चलाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.
गौरतलब है कि रिकॉर्डिंग से पता चलेगा कि ट्रैफिक पुलिस और जनता के बीच लगातार होने वाले तकरार में किसकी गलती है. हालांकि कैमरों को ऑपरेट करने के लिए पुलिस कर्मियों को भी प्रशिक्षित किया गया है. जिसमें आज से 500 से अधिक ट्रैफिक पुलिस समेत अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है. प्रशिक्षण में कैमरे के उपयोग की जानकारी दी जाएगी.
यातायात पुलिस के साथ जुर्माना भरने के दौरान मोटर चालकों के साथ लगातार टकराव से बचने के साथ-साथ वीआईपी कवरेज में नेताओं के साथ विवादों से बचने के लिए राज्य की पुलिस प्रशासन को अब अमेरिकी तकनीक के साथ आधुनिकीकरण किया जा रहा है. देश में पहली बार गुजरात सरकार ने पुलिस विभाग को 50 करोड़ रुपये की लागत से 10,000 बॉडी वॉर कैमरे आवंटित किए हैं. राजकोट शहर ट्रैफिक पुलिस को लगभग 300 कैमरे आवंटित किए गए है.
50-60 मीटर के अंदर की गतिविधियों का होगा रिकोर्डिंग
यातायात नियम अनुपालन, कानून व्यवस्था की स्थिति और वीवीआईपी बंदोबस्त के दौरान बॉडी वॉर्न कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा. हेड कांस्टेबल, एएसआई, पीएसआई सहित स्टाफ ड्यूटी के दौरान कैमरा लगाकर रखेगा. जिसके चलते 50-60 मीटर के भीतर की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जाएगा.
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