भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार रजनीकांत (Rajnikanth) को सिनेमा के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान मिलेगा. रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड दिए जाने की घोषणा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने की. Rajnikanth
सूचना एंव प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस में रजनीकांत के नाम की घोषणा की. बता दें कि इस बार दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड की घोषणा कोरोना महामारी के कारण देरी से हुई है. Rajnikanth
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यह पुरस्कार पहली बार अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया था. वहीं हाल के सालों में यह पुरस्कार पाने वालों में अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, फिल्म निर्माता के. विश्वनाथ और मनोज कुमार शामिल हैं. Rajnikanth
मुझे इस बात की अत्यंत खुशी है कि 2019 का दादासाहेब फ़ाल्के अवार्ड रजनीकांत को मिला है।
5 सदस्यों की ज्यूरी @ashabhosle @SubhashGhai1 @Mohanlal @Shankar_Live #BiswajeetChatterjee ने एकमत से इसकी सिफारिश की है।— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) April 1, 2021
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जावड़ेकर ने कहा, ‘’मैं आज साल 2019 के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार की घोषणा करते हुए बहुत खुश हूं कि इस साल यह भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे महान अभिनेताओं में से एक रजनीकांत जी को उनके अभिनय, निर्माण और पटकथा लेखन के तौर पर दिए गए योगदान के लिए दिया जाएगा. मैं जूरी के सभी सदस्यों आशा भोंसले, सुभाष घई, मोहनलाल और बिस्वजीत चटर्जी को धन्यवाद देता हूं.” Rajnikanth
नाराज हुए जावड़ेकर
रजनीकांत दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु से आते हैं, जहां अभी विधानसभा के चुनाव हैं. ऐसे में एक पत्रकार ने जावड़ेकर से सवाल किया, ‘’क्या तमिलनाडु में चुनाव होने की वजह से रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवार्ड दिया जा रहा है? इस सवाल से वह नाराज़ हो गए. जावड़ेकर ने कहा, ‘’आप सवाल सही पूछा कीजिए.’’ Rajnikanth
बता दें कि रजनीकांत ने दक्षिण भारतीय सिनेमा में बुलंदियां छुई हैं. उन्होंने दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम करने के अलावा हिंदी सिनेमा में भी अच्छा नाम कमाया है. रजनीकांत को भारत सरकार द्वारा 2000 में पद्म भूषण और 2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है. वे अपने प्रशंसकों के बीच थलाइवर (नेता) के रूप में जाने जाते हैं.