नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है. सत्र के पहले दिन तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक दोनों सदनों में पारित किया जा चुका है. लेकिन इस दौरान हंगामा करने की वजह से राज्यसभा के 12 सदस्यों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया. मंगलवार को सत्र की कार्यवाही का दूसरा दिन शुरू होते ही विपक्ष ने सांसदों के निलंबन को लेकर हंगामा शुरू कर दिया.
इतना ही नहीं राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने का अनुरोध खारिज किया. आज सुबह विपक्षी दल बैठक करने के बाद राज्यसभा के सभापति से मिलकर सासंदों के निलंबन को रद्द करने की मांग किया था. इसके जवाब में सभापति ने कहा कि निलंबित सांसदों ने अफसोस नहीं जताया है. मैं विपक्ष के नेता (मल्लिकार्जन खडगे) की अपील पर विचार नहीं कर रहा हूं. निलंबन वापस नहीं लिया जाएगा.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस सिलसिले में जानकारी देते हुए कहा कि जिन 12 सदस्यों को निलंबित किया गया उन्हें वापस लेने के लिए आज हम अध्यक्ष महोदय से मिले और उनसे आग्रह किया गया. पिछले सत्र में जो घटना हुई थी फिर उसे उठाकर फिर से सदस्यों को निलंबित करना गैरक़ानूनी है और नियमों के खिलाफ है.
विपक्षी दलों ने राज्यसभा के 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग करते हुए संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया. उससे पहले संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के बाद भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने के लिए विपक्षी दलों ने संसद में बैठक की. बैठक में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मौजूद रहे.
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