गुजरात राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के पांच विधायकों के इस्तीफे ने समीकरण को बिगाड़ दिया है. हालांकि इसके बावजूद कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि वह गुजरात में दोनों सीटों पर चुनाव लड़ेगी. गुजरात कांग्रेस के मुताबिक, पांच विधायकों के इस्तीफा देने के बाद भी पार्टी दोनों राज्यसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
राज्य के कांग्रेस नेताओं और पर्यवेक्षकों बीके हरि प्रसाद और रजनी पटेल के साथ हुई बैठक में राज्य के नेताओं ने कहा कि उन्हें तकनीकी रूप से केवल एक वोट की जरूरत है और जिग्नेश मेवानी के समर्थन से उन्हें वह मिल जाएगा. मना जा रहा है कि पार्टी हाई कमान के साथ इन नेताओं की बैठक के बाद ये नाम फाइनल हुए हैं.
पहली सीट शक्ति सिंह गोहिल को जाएगी और दूसरी सीट भरत सिंह सोलंकी को जाएगी. अब पूर्व मुख्यमंत्री सोलंकी के बेटे को अपनी जीत सुनिश्चित करनी है और पार्टी नेताओं का मानना है कि उनके पिता की अच्छी छवि के कारण उन्हें उम्मीद से ज्यादा वोट मिल सकते हैं. पार्टी पर्यवेक्षक हरि प्रसाद ने कहा, “हमें दोनों सीटों पर जीत की उम्मीद है.
नितिन पटेल की बढ़ी उम्मीद
उधर गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने दावा किया है कि और भी कांग्रेसी विधायक पार्टी से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं. कांग्रेस ने राजस्थान में दो पर्यवेक्षकों रणदीप सिंह सुरजेवाला और टीएस सिंहदेव को नियुक्त किया है, जो राज्य में चुनाव की निगरानी करेंगे, जहां भाजपा ने अपने चौथे उम्मीदवार ओंकार सिंह लाखावत को उतारा है.
मालूम हो कि बागी विधायक सोमाभाई पटेल, प्रध्युमन सिंह जडेजा, जेवी काकड़िया, प्रवीन मारू और मंगल गावित ने गुजरात कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. गुजरात राज्यसभा का चुनाव 26 मार्च को होना है जिसके लिए चार सीटों पर मतदान होगा.
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