अहमदाबाद: गुजरात 4 राज्यसभा सीटों पर 26 मार्च को चुनाव होने वाला है. 4 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए 5 उम्मीदवार मैदान में हैं. गुजरात कांग्रेस के 5 विधायकों के इस्तीफे के बाद भाजपा के तीनों उम्मीदवारों की जीत तय मानी जा रही है. वहीं, एनसीपी और बीटीपी ने भी भाजपा के उम्मीदवारों को वोट देने का ऐलान किया है. गुजरात कांग्रेस विधायकों के टूटने के डर से सभी को जयपुर भेज दिया है. जिसके बाद अब गुजरात में 25 साल से सत्ता का सुख भोग रही भारतीय जनता पार्टी को अपने विधायकों के टूटने का डर सताने लगा है, जिसकी वजह से कुछ नाराज विधायकों पर पैनी नजर रखी जा रही है.
फिलहाल गुजरात में भाजपा के पास 103 विधायक हैं और उसे दो सदस्यों की जरूरत है. NCP के कांधल जाडेजा और BTP(भारतीय ट्राइबल पार्टी) के 2 विधायकों के वोट हासिल करने का रास्ते बीजेपी के लिए लगभग साफ है. लेकिन अगर कांग्रेस कोई दांव खेलती है तो बड़ा उलट-फेर होने की संभावना जताई जा रही है. और माना जा रहा है कि जो विकल्प अभी तक बीजेपी के खाते में था वह कांग्रेस के खाते में जा सकता है. राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात का सियासी पारा बिल्कुल गर्म है इस बीच सीके राउलजी कांग्रेस के पूर्व कद्दावर नेता शंकर सिंह वाघेला के माध्यम से कांग्रेस संपर्क किया है. जानकारी सामने आने के बाद गुजरात भाजपा की बेचैनी बढ़ गई है. जिसके बाद बीजेपी विधायकों को फोन किया जा रहा है. इतना ही नहीं बल्कि क्रॉस वोटिंग की डर से बीजेपी अपने कुछ विधायकों पर पैनी नजर भी रख रही है.
गौरतलब हो कि कुछ दिन पहले गुजरात विधानसभा में सीके राउलजी ने एक बयान देते हुए कहा था कि कांग्रेस के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा भी कुछ समय से कह रहे हैं कि भाजपा के कुछ विधायक हमारे संपर्क में हैं. कांग्रेस को भी बीजेपी वाला बनाने की कोशिश की जा रही है. फिलहाल कांग्रेस के पास 68 वोट हैं, उसे अपने दोनों उम्मीदवारों को कामयाब बनाने के लिए 70 वोटों की आवश्यकता है, इसलिए वे दूसरी पार्टी के दो उम्मीदवारों के वोटों को खींचने की कोशिश करेगी. अगर इस कोशिश में कांग्रेस कामयाब नहीं होती तो बीजेपी के कुछ विधायकों के वोट इनवेलिड करवाने का भी प्लान सेट किया जा रहा है.
राज्यसभा की 4 सीटों पर 5 उम्मीदवार
गुजरात में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में हैं. अभय भारद्वाज, रमीलाबेन बारा और नरहरी अमीन भाजपा के उम्मीदवार हैं, जबकि शक्तिसिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. ऐसे में बीजेपी अपने तीसरे उम्मीदवार को कामयाब बनाने की कोशिश कर रही है वहीं कांग्रेस अपने दूसरे उम्मीदवारों को राज्यसभा भेजने के दांव में है. इसीलिए गुजरात में इन दिनों बीजेपी-कांग्रेस दोनों बागी नेताओं पर पैनी नजर रखकर अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही हैं.
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