सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक और गुजरात कैडर के आईपीएस राकेश अस्थाना को नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार के साथ-साथ सीमा सुरक्षा बल (BSF) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है.
अस्थाना वर्तमान में महानिदेशक, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के महानिदेशक और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अतिरिक्त प्रभार के साथ काम कर रहे थे.
अस्थाना का नाम सीबीआई बनाम सीबीआई मामले से चर्चा में आया था.
कार्मिक मंत्रालय के मुताबिक, वे बीएसएफ के साथ-साथ एनसीबी का पदभार भी संभालते रहेंगे.
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कार्मिक मंत्रालय के मुताबिक, कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी (एसीसी) ने गृह मंत्रालय की संस्तुति पर राकेश अस्थाना को बीएसएफ का महानिदेशक बनाने की मंजूरी दे दी है.
इस साल मिली थी क्लिन चिट
इसी साल मार्च में कोर्ट ने जांच एजेंसी की उस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है जिसमें उसने सीबीआई के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना और डिप्टी पुलिस सुपरिटेंडेंट (DSP) देवेंद्र कुमार को क्लिन चिट दी गई थी.
सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अस्थाना और देवेंद्र कुमार के खिलाफ उन्हें पर्याप्त सामग्री नहीं मिली है.
1984 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस, राकेश अस्थाना जब सीबीआई में स्पेशल डायरेक्टर के पद पर तैनात थे तो उनका डायरेक्टर, आलोक वर्मा के साथ विवाद हुआ था जिसको लेकर दोनों अधिकारी कोर्ट चले गए थे.
बाद में सुप्रीम कोर्ट ने बीच बचाव किया था.
लेकिन उसके बाद अस्थाना के खिलाफ सीबीआई में ही भ्रष्टाचार के आरोपों की एक जांच हुई थी.
हालांकि, सीबीआई ने उन्हें क्लीन-चिट दे दी गई.
पहले किसके पास था पदभार
बीएसएफ के महानिदेशक का पदभार फिलहाल आईटीबीपी के डीजी, एसएस देशवाल संभाल रहे थे.
बीएसएफ डीजी का पद तत्कालीन महानिदेशक विवेक कुमार जौहरी के मध्य प्रदेश चले गए थे.
इसके बाद ये यह पद खाली चल रहा था.
अब राकेश अस्थाना के आने से बीएसएफ को पूर्णकालिक महानिदेशक मिल गया है.
अब उनके पास नई चुनौतियां होंगी.