- 2019-20 में नहीं छापे 2000 के एक भी नोट
- 2000 के नोटों की संख्या 2.4% बची
- एक साल में 200 के 31,969 नकली नोट पकड़े
- 500 रुपए के 30,054 नकली नोट पकड़े गए
नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार ने 2000 रुपए के नोट जारी किए थे. 500 और 1000 रुपए के नोट को बंद करने के बाद सरकार ने 2000 के नोट को जारी किया, लेकिन बीते कुछ महीनों में एटीएम मशीनों से 2000 रुपए के नोट नहीं निकल रहे हैं.
वहीं 200 के नकली नोटों में भारी वृद्धि देखी गई है.
बैंक जाकर कैश निकालने पर आपको 2000 रुपए के नोट मिल जाएंगे, लेकिन एटीएम से निकासी पर 2000 रुपए के नोटों की उपलब्धता कम हुई है.
कुछ बैंकों ने से आधिकारिक तौर पर कहा है कि वो अपने एटीएम में 2000 रुपए के नोट नहीं रख रहे हैं.
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2019-20 में, मूल्य के हिसाब से 2,000 रुपए के नोटों का, कुल प्रचलित मुद्रा में 23 प्रतिशत हिस्सा था, जो 2018-19 में 31 प्रतिशत, और 2017-18 में 37 प्रतिशत था.
2019-20 में नहीं छपा एक भी 2000 के नोट
वहीं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2019-20 में 2000 रुपए के एक भी नोट नहीं छापे गए हैं.
जहां 2000 रुपए के नोटों की संख्या में कमी आई है तो वहीं 500 और 200 रुपए के नोटों की संख्या में इजाफा हुआ है.
RBI के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान बीते एक साल में एक भी 2000 रुपए के नोटों की छपाई नहीं हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 मार्च के अंत तक बाजार में 2000 रुपए के 33632 लाख नोट मौजूद थे. वहीं मार्च 2019 में 2000 रुपए के नोटों की संख्या घटकर 32910 लाख हो गई.
साल 2020 में चलन में 2000 रुपए के नोटों की संख्या 27398 लाख हो गई.
2000 के नोटों की संख्या में 2.4% की गिरावट
रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में 2000 रुपए नोटों की संख्या घटकर 2.4 प्रतिशत रह गई है.
जो कि मार्च 2019 में 3 फीसदी और 2018 में 3.3 फीसदी थी.
चलन में दो हजार के नोटों की हिस्सेदारी लगातार घटी है. साल 2020 बाजार में चलन में जारी किए गए नोटों की संख्या में दो हजार के नोटों की हिस्सेदारी घटकर 22.6 प्रतिशत रह गई है. मार्च 2019 के अंत तक में इसकी हिस्सेदारी 31.2 प्रतिशत था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में 2000 के नोट की छपाई का कोई आर्डर RBI की ओर से नहीं दिया गया है. बीआरबीएनएमपीएल और एसपीएमसीआईएल की ओर से इस साल 2000 रुपए के नोट की कोई डिलिवरी नहीं हुई है.
200 के नकली नोटों में 151% का इजाफा
2019-20 में, बैंकिंग प्रणाली के अंदर नए सीरीज़ के 500 रुपए के 30,054 नक़ली नोट्स पकड़े गए जो कि 2018-19 में 21,865 थे- ये इज़ाफा 37 प्रतिशत था.
इसी तरह, पकड़े गए 200 रुपए के नक़ली नोटों में भी 151 प्रतिशत का इज़ाफा देखा गया.
डेटा से पता चलता है कि 2019-20 में, बैंकों और आरबीआई ने मिलकर 200 रुपए के 31,969 नक़ली नोट पकड़े, जबकि 2018-19 में ऐसे 12,728 नोट पकड़े गए थे.
2016 में बंद हुए थे 500 और 1000 के नोट
नवम्बर 2016 में नरेंद्र मोदी सरकार ने 500 और 1,000 रुपए के नोटों को वैध करेंसी के तौर पर रद्द कर दिया था.
नोटबंदी के फैसले के बाद, सरकार ने 2000 रुपए के नए नोट, 500 रुपए के नए सीरीज़ के नोट और 200 रुपए के नए नोट शुरू किए थे.
सरकार के इस बड़े फैसले के पीछे ज़ाहिरी तौर पर एक कारण नक़ली नोटों को रोकना बताया गया.