मोदी सरकार के लिए एक राहत की खबर है. फरवरी के दौरान थोक महंगाई दर घटकर 2.26 फीसदी पर आ गई है. मालूम हो कि जनवरी में थोक महंगाई दर 3.1 फीसदी थी. इससे पहले खुदरा मुद्रास्फीति भी नरम होकर फरवरी में दो महीने के निचले स्तर पर आ गई थी.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सब्जियों और रसोई की अन्य सामानों की कीमतों में नरमी के चलते खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में घट कर 6.58 प्रतिशत पर आ गई. पिछले छह माह में पहली बार मुद्रास्फीति में नरमी देखने को मिली है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जनवरी 2020 में 7.59 प्रतिशत और फरवरी 2019 में 2.57 प्रतिशत रही थी.
सरकार ने रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्राफीति चार प्रतिशत के इर्द गिर्द रखने की जिम्मेदारी दी है. इसमें ज्यादा से ज्यादा दो प्रतिशत तक घट बढ़ को स्वीकार्य माना गया है. समीक्षावधि में मांस और मत्स्य क्षेत्र की महंगाई दर 10.2 प्रतिशत रही जो जनवरी में 10.5 प्रतिशत थी. अगस्त 2019 के बाद खुदरा मुद्रास्फीति में यह पहली बार नरमी का रुख रहा. सब्जियों की महंगाई दर फरवरी में घटकर 31.61 प्रतिशत पर आ गई. जनवरी में यह 50.19 प्रतिशत थी. दालों और अंडों की कीमत में भी नरमी रही.