ऐसा लग रहा है कि प्रवासी मजदूरों के पीछे काल मानो हाथ धोकर पड़ा हुआ है. उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम दावों के बावजूद प्रवासी मजदूर लगातार हादसों के शिकार हो रहे हैं. सोमवार देर रात उत्तर प्रदेश के महोबा में तीन प्रवासी मजदूर हादसे की चपेट में आ गए. जानकारी के मुताबिक झांसी-मिर्जापुर मार्ग पर देर रात एक डीसीएम पलट गया. इस डीसीएम में 17 लोग सवार थे. हादसे में 3 महिलाओं की मौत हो गई है जबकि 12 लोग घायल हो गए हैं.
महोबा के एसपी मणिलाल पाटीदार ने मीडिया को बताया कि ट्रक का लेफ्टसाइड का टायर फटने से DCM वाहन पलट गया था. हादसे में 3 महिलाओं की मृत्यु हो गई है जबकि चार बुरी तरह से घायल हुए हैं. इसके अलावा 5-6 लोगों को छोटी-मोटी चोटें भी लगी हैं. घायलों का इलाज जारी है. ये लोग दिल्ली से महोबा जा रहे थे. इस वाहन में कुल 17 लोग बैठे थे.
मालूम हो कि कोरोना वायरस की वजह से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूर बड़े पैमाने पर अपने घरों की तरफ जा रहे हैं. हाइवे और एक्सप्रेस-वे पर पैदल, साइकिल, ठेले और ट्रक पर सवार होकर जाते यह लोग लगातार हादसों का शिकार हो रहे हैं, पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के औरेया में भयावह हादसा हुआ था. इस हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई थी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी प्रवासी मजदूर को पैदल यात्रा करते हुए देखें तो उन्हें रोकें और बसों के माध्यम से उनके गृह जनपद भेजें, इसके बाद बड़ी संख्या में श्रामिकों को बॉर्डर पर रोक लिया गया था. हालांकि तब मजदूर हादसों का शिकार लगातार हो रहे हैं.