मुहब्बत की निशानी ताजमहल, ज्ञानव्यापी मस्जिद और मथूरा को लेकर विवाद चल रहा है. उत्तर प्रदेश भाजपा के नेताओं ने ताजमहल के अंदर कुछ कमरों में हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियां होने का दावा करते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. लेकिन कोर्ट ने याचिकाकर्ता को फटकार लगाते हुए याचिका को खारिज कर दी थी.
इस विवाद के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार का बड़ा बयान सामने आया है. कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ताजमहल, ज्ञानवापी,कृष्ण जन्म भूमि को लेकर अनेक स्थान हैं जिनकी दुनिया में चर्चा चली कि इन जगहों की सच्चाई क्या है, सभी इसका सत्य जानना चाहते हैं. इसलिए नहीं कि कोई द्वेष और हिंसा है. इनके लिए लोगों को आगे आकर सत्य जानने में कोर्ट की मदद करनी चाहिए.
कोर्ट ने याचिका की थी खारिज
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने ताजमहल में बंद पड़े 22 कमरे के दरवाजे खोलने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया है. याचिका पर सुनवाई जस्टिस डीके उपाध्याय और जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की बेंच कर रही थी.जिस विषय को आप नहीं जानते उस पर रिसर्च करें, एमए करें, पीएचडी करें, अगर कोई संस्थान आपको रिसर्च करने की इजाजत नहीं देता है तो हमारे पास आएं.
आपको बता दें कि देश में इन दिनों ताजमहल, काशी-मथुरा और ज्ञानवापी मस्जिद परिसर मामले को लेकर काफी हलचल है. जयपुर राजघराने की सदस्य और सवाई माधोपुर से भाजपा सांसद दीया कुमारी दावा कर चुकी हैं कि ताजमहल जिस जमीन पर बना हुआ है. वहां उनके पूर्वजों का महल था, हमारे पास जो दस्तावेज़ हैं.
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