राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और उससे संबद्ध संगठनों के शीर्ष नेताओं की तीन दिनों की समन्वय बैठक मंगलवार को गुजरात की राजधानी गांधीनगर में शुरू हुई. उवारसाड गांव स्थित कर्णावती विश्वविद्यालय के परिसर में हो रही इस बैठक में आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा विभिन्न संबंधित संगठनों के नेता हिस्सा ले रहे हैं.
माना जा रहा है कि अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लोगों से चंदा जुटाने समेत विभिन्न मुद्दों पर इस बैठक में चर्चा होगी. साथ ही मोदी सरकार की कार्यों का भी मूल्यांकन किया जाएगा. ऐसी समन्वय बैठकें साल में दो बार होती हैं.
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150 पदाधिकारी करेंगे चर्चा
गुजरात आरएसएस (RSS) के प्रवक्ता विजय ठाकर ने मंगलवार को कहा, ‘‘ इस बैठक में आरएसएस और भाजपा, विश्व हिंदू परिषद एवं भारतीय किसान संघ जैसे उसके आनुषांगिक संगठनों के करीब 150 पदाधिकारी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे.’’
इस बैठक में नरेंद्र मोदी सरकार की योजनाओं, नीतियों और कार्यों का मूल्यांकन किया जाएगा और भविष्य की योजनाओं को लेकर मसौदा भी तैयार किया जाएगा. माना जा रहा है कि बैठक में मोदी सरकार में फेरबदल को लेकर भी चर्चा की जा सकती है.
राम मंदिर और बंगाल चुनाव पर जोर
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत और आरएसएस से जुड़े सभी नेता सोमवार को इस अहम बैठक के लिए अहमदाबाद पहुंचे थे. संघ परिवार के इस राष्ट्रीय सम्मेलन का मुख्य एजेंडा राम मंदिर फंड कैंपेन, बंगाल चुनाव और किसान आंदोलन पर चर्चा करना है. हालांकि, ये भी उम्मीद की जा रही है कि इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष नड्डा को मोदी कैबिनेट के संभावित फेरबदल पर आरएसएस से इनपुट भी मिल सकता है.
इस बैठक में संघ (RSS) से जुड़े 25 संगठनों के तकरीबन 150 शीर्ष नेता भाग ले रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि लोकजनशक्ति पार्टी (LJP) नेता रामविलास पासवान के निधन के बाद खाली हुए पद की जिम्मेदारी किसी नए व्यक्ति को दी जाएगी.