RTI Activist Murder: गुजरात के भावनगर जिले में एक दलित आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या उसके घर में घुसकर कर दी गई. बताया जा रहा है कि आरटीआई कार्यकर्ता को पहले भी धमकी मिली थी जिसके बाद उन्हें सुरक्षा दी गई थी. 50 वर्षीय आरटीआई कार्यकर्ता अमराभाई बोरिचा की सुरक्षा के लिए दो होमगार्ड तैनात किए गए थे, उसके बावजूद उनकी हत्या हुई. RTI Activist Murder
उधर सनोदर गांव में दलित आईटीआई कार्यकर्ता की हत्या मामले में 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है और एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. RTI Activist Murder
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इससे पहले खबर थी कि पुलिस शव को अपने नियंत्रण में लेकर अंत्येष्टि करना चाहती थी जबकि परिवार वालों की मांग थी कि इस हत्या में जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, उन्हें पहले गिरफ़्तार किया जाए. परिवार वालों की एक मांग यह भी थी स्थानीय पुलिस सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए जो बोरिचा को सुरक्षा देने में नाकाम रहे. बोरिचा ने पहले ही पुलिस से सुरक्षा देने की मांग एक पत्र लिखकर की थी. RTI Activist Murder
एफआईआर के मुताबिक, बोरिचा की सुरक्षा में इसी साल दो जनवरी को निहत्थे पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई गई थी. हालांकि उनकी जान का खतरा ज्यादा था और बोरिचा चाहते थे कि उनकी सुरक्षा में बंदूकधारी पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगे. स्थानीय पुलिस सब इंस्पेक्टर पीआर सोलंकी ने बोरिचा की इस मांग को ख़ारिज कर दिया था. सोलंकी के निलंबित होने के बाद परिवार ने बुधवार को उनका शव लिया. RTI Activist Murder
बोरिच की बेटी घायल
इस हमले में आरटीआई कार्यकर्ता की बेटी भी घायल हुई हैं. बोरिचा की बेटी निर्मला ने मीडियाकर्मियों को बताया, “पहले उन्होंने हम पर पत्थर फेंके, फिर मेरे पिता ने अपनी सुरक्षा के लिए घर के अंदर आ गए, लेकिन हमलावरों ने गेट को तोड़ दिया, अंदर घुस गए और मेरे पिता पर भाले, लोहे के पाइप और तलवार से हमला किया, जिससे उनकी मौत हो गई.” RTI Activist Murder