गुजरात में एक तरफ जहां हर तीसरे महीने ‘रुपाणी जाय छे’ अभियान शुरु हो जाता है. ऐसे में उत्तरायण त्यौहार खत्म होते ही एक बार फिर से ये अफवाह तेज हो गई है. ऐसे में सीएम रूपाणी भी गेंदबाजी शुरु कर दी है. उत्तरायण का मुहर्त खत्म होते ही सीएम रुपाणी ने भ्राष्टाचारी कलेक्टरों के द्वारा भूमि भ्रष्टाचार के खिलाफ गुगली डाली है. रुपाणी ने 6 मिनट 57 सेकेंड का एक वीडियो जारी कर जमीन को लेकर होने वाले भ्रष्टाचार और आरटीओ चेक पोस्ट पर होने वाली खुली लूट की चुनौती दी है. इस वीडियो में दो बातों का प्रमाण है. कि सरकारी भूमि को लेकर पूर्व सरकारों के द्वारा होने वाले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सीएम रूपाणी ने कार्यवाही शुरू की है, और दूसरी बात यह है कि पहले की सरकारों को चेकपोस्ट पर होने वाली खुली लूट के बारे में जानकारी थी बावजूद इसके कार्रवाई नहीं की गई.
सीएम रूपाणी ने उत्तरायण खत्म होने के बाद एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि ‘हमने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सभी जगहों पर ऑनलाइन सिस्टम लागू किया है. सबसे पहले भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को मजबूत करने के लिए, एक बड़ी टीम का गठन किया है. सीबीआई की तरह कानूनी सलाह प्रदान की है. एसीबी के छापेमारी की व्यापकता को बढाया है, कई विरोधी टिका करते हैं कि कितने भ्रष्टाचारियों को पकड़ा, गुजरात में भ्रष्टाचार बढ़ा है. भ्रष्टाचारियों को पकड़कर भ्रष्टाचार को रोकने की ये हमारी कोशिश है. भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई ना कर जैसा है वैसा चलने दें हम डरपोक नहीं हैं.
जिला पंचायत में क्या चल रहा था आपको मालूम है?
विजय रूपाणी ने आगे कहा, “हमने राजस्व की पूरी प्रणाली ऑनलाइन कर दिया है, NA को लेकर अक्सर खुला भ्रष्टाचार होता था, आप जानते हैं कि जिला पंचायत में क्या चल रहा था.” हमने उस शक्ति को खींच लिया, हमने कलेक्टर की सभी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है. अब ऐसी प्रणाली बनाई गई है जिससे NA का आवेदन जिले में ऑनलाइन नहीं जाएगी. इसके लिए हमने गांधीनगर में एक सेल खड़ा किया गया है जिसमें आठ अधिकारियों को रखा गया है. कोडिंग सिस्टम लागू होने से अधिकारियों को भी नहीं पता चलता कि किसका आवेदन आया है. इतना ही नहीं आवेदक को यह भी पता चलता कि उसका आवेदन किसके और कौन से अधिकारी के पास गया है.
आरटीओ चेकपोस्ट खत्म – रूपाणी
सीएम विजय रूपाणी ने कहा कि ‘ खनिज, बालू का पट्टा या फिर पत्थर का पट्टा, लिग्नाइट का पट्टा या कोई धातु का पट्टा हो हमने ऑनलाइन टेंडर का प्रक्रिया शुरु किया है. ड्रोन से सर्वेक्षण कर खनिज की चोरी करने वाले लोगों को पकड़ा है. पट्टे की तमाम प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है. RTO में होने वाले भ्रष्टाचार को लेकर विजय रूपाणी ने कहा, ‘आरटीओ ने चेकपोस्ट को हटा दिया. लोग कहते थे कि आपकी आय में गिरावट आएगी लेकिन भ्रष्टचारियों के आवक में कमी आई है. सरकारी राजस्व में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, लोगों को भ्रष्टाचार पसंद नहीं है, लोग सिम्पली काम करने के लिए तैयार हैं, सिस्टम में बदलाव की आवश्यकता है.
CM रुपाणी के वीडिया का X फैक्टर
X-1: अहमदाबाद के कलेक्टर विक्रांत पांडे को जब अचानक केंद्र में ट्रांसफर दे दिया था उस दौरान जमीन NA के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था. पांडे के ट्रांसफर के पीछे अहमदाबाद के बोडकदेव में एक जमीन को गैर कानूनी तरीके से एन ए करने का आरोप लगा था. इस मामले को लेकर CMO तक पर भी उंगली उठाई गई थी. इसके अलावा, दक्षिण गुजरात में पोस्टेड एक और आईएएस अधिकारी जिसे सीएम रूपानी के किचन कैबिनेट के सदस्य के रूप में भी जाना जाता है, उनका नाम भी जमीन भ्रष्टाचार के मामले में लगातार उठ रहा है, ऐसे में सीएम रूपाणी भूमि भ्रष्टाचार के खिलाफ सीधे गुगली डालकर अपनी ब्रांड इमेज में महत्वपूर्ण सुधार किया है.
X-2: इस वीडियो का एक अन्य महत्वपूर्ण X फैक्टर आरटीओ चेकपोस्ट पर होने वाला भ्रष्टाचार है. आरटीओ चेकपोस्ट पर भ्रष्टाचार के मामले में एक कद्दावर भाजपा नेता का नाम जो एक दशक से अधिक समय तक लोगों के चर्चा का विषय रहा है. सीएम रूपाणी ने एक तीर से दो निशाने लगाए हैं. आरटीओ चेकपोस्ट में भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठा कर उस कद्दावर नेता को कमजोर करने का काम भी किया है और विरोधी समूह को पीछे धकेलने का काम किया है. वह भी ऐसे मौके पर जब पार्टी संरचना का पुनर्गठन होने वाला है.
X-3: वीडियो में रूपाणी के बॉडी लैंग्वेज के माध्यम से, “रूपानी जाय छे” ग्रुप को एक सीधा संदेश दिया है कि रुपाणी यहीं पर हैं और अभी तीन महीना यानी कि होली तक रुपाणी जाय छे इस मामले को लेकर चर्चा करने की जरुरत नहीं.
PR एजेंसी फैक्टर
सीएम विजय रूपाणी द्वारा हायर की गई पीआर एजेंसी की असर 20-20 सीएम पर हो रही है. आज कि जो 6 मिनट 57 सेकंड की वीडियो सीएम रुपाणी द्वारा जारी की गई है उसमें उनकी बॉडी लैंग्वेज में नाटकीय बदलाव देखने को मिल रहा है. रूपाणी अभिव्यक्ति के साथ ही साथ अच्छी एक्टिंग भी कर रहे हैं. हालाँकि इस विषय में प्रधानमंत्री को महारथ हासिल है. इससे पहले की वीडियो में 30 से अधिक कट था, वहीं नये वीडियो में सिर्फ18 कट में रुपाणी अपने भाषण को दमदार अंदाज में खत्म कर देते हैं. इस वीडियो में टू कम शूट के साथ बॉडी लैंग्वेज में भी जबरदस्त सुधार देखा जा रहा है. इतना ही नहीं करीब मिनट तक बोलने में सिर्फ तीन रीटेक किया है. जिससे साबित होता है कि मुख्यमंत्री रुपाणी की इमेज बिल्डिंग में जबरदस्त बदलाव साफ देखा जा रहा है, जिस आक्रामता से आज उन्होंने अपनी बात रखी है उसे देखकर ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में रूपानी की छवि और अधिक खिलकर लोगों के सामने आएगी. सीएम रुपाणी अगर इसी तरीके से अपने आप में सुधार करेंगे तो संभव है कि वह 20-20 के बजाय 2022 की पारी भी खेलेंगे.
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