उत्तर प्रदेश की तरह गुजरात पुलिस भी दंगाइयों से ही नुकसान का हर्जाना वसूलने की तैयारी में है. राज्य सरकार ने पुलिस को गत दिनों खंभात में सीएए विरोधी दंगे से हुए सार्वजनिक व निजी संपत्तियों के नुकसान की भरपाई के लिए हर्जाना वसूली की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने सीएए विरोधी हिंसा में हुए नुकसान के हर्जाने की वसूली के लिए दंगाइयों को नोटिस जारी की है.
गुजरात के गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य पुलिस को नुकसान की वसूली की संभावनाएं तलाशने का निर्देश दिया है. विधानसभा में पिछले दिनों आणंद जिला में मौजूद खंभात में दंगा और नागरिकता संशोधन कानून को लेकर होने वाले दंगा पर भाजपा व विपक्षी कांग्रेस में गर्मागर्म बहस हुई थी.
कांग्रेस विधायकों ने दावा किया कि उन्होंने दंगों की आशंका जताते हुए स्थानीय पुलिस और मुख्यमंत्री को आगाह किया था. हालांकि, भाजपा ने उन पर दंगों के दौरान तटस्थ नहीं रहने का आरोप लगाया. कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला ने कहा कि 11 महीनों के दौरान खंभात में तीन बार दंगे हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह खंभात में भी दंगा प्रभावितों का सर्वे होना चाहिए और उन्हें मुआवजा दिया जाना चाहिए.
गृह राज्यमंत्री ने कहा कि खंभात दंगे के सिलसिले में नौ मुकदमे दर्ज कर 115 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. वहां पुलिस, एसआरपी, आरएएफ तथा सीआरपीएफ को तैनात किया गया है. साथ ही साथ जाडेजा ने कहा कि कुछ गिरोह लोगों को धमकाकर उनकी अचल संपत्तियों पर कब्जा जमाना चाहते हैं, लेकिन सरकार ऐसा होने नहीं देगी.