गांधीनगर: कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए गुजरात सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. राज्य में पहली कक्षा से लेकर नौंवीं कक्षा और ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में पदोन्नति दे दी गई है. इस तरह इन विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षा नहीं ली जाएगी. परीक्षा दिए बिना ही ये विद्यार्थी अगली कक्षा के लिए उत्तीर्ण माने जाएंगे.
मुख्यमंत्री कार्यालय के सचिव अश्विनी कुमार ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा कि कोरोना वायसर की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने यह फैसला लिया है. स्कूलों को इन दिनों बंद रखा गया है इसीलिए यह निर्णय लिया गया. क्योंकि यह बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी था. यह निर्णय विद्यार्थियों में कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है. इन कक्षाओं में मार्च व अप्रेल में परीक्षाएं आयोजित की जानी थी.
गुजरात में इस महीने की शुरुआत में ही 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं आयोजित की जा चुकी हैं. लेकिन कोरोना वायरस को देखते हुए अन्य कक्षाओं की परीक्षाएं नहीं ली जा सकी. क्योंकि राज्य सरकार ने गत 15 मार्च से स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी थी.
कोरोना वायरस की दहशत को देखते हुए राज्य सरकार ने इससे पहले राज्य के स्कूल-कॉलेजों को आगामी 29 मार्च तक बंद रखने का फैसला लिया था. हालांकि राज्य भर में आगामी 31 मार्च तक तालाबंदी का ऐलान किया गया है.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/police-took-a-photo-with-the-poster-i-am-an-enemy-of-society-a-lesson-to-those-who-left-home-unnecessarily-during-the-lockout/