अंतरराष्ट्रीय दबाव और पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के बावजूद यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता बढ़ती ही जा रही है. कीव पर कब्जा करने में विफल रहने के बाद अब रूस पूर्वी यूक्रेन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, क्योंकि रूसी सेना ने रविवार को यूक्रेन के चौथे सबसे बड़े शहर डिनप्रो के हवाई अड्डे पर मिसाइल से हमला किया था. इसके अलावा, रूसी सेना ने खार्किव और दक्षिणी पोर्ट सिटी मारियुपोल पर जमीनी और हवाई हमला तेज कर दिया है. दूसरी ओर, यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने पूर्वी यूक्रेन में रूस द्वारा और अधिक घातकी हमलों के मद्देनजर नागरिकों को तत्काल प्रभाव से क्षेत्र को खाली करने का निर्देश दिया है.
रूसी सेना का कहना है कि उसके हवाई मिसाइल हमलों ने यूक्रेन की S-300 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली को नष्ट कर दिया है, जबकि समुद्र से दागी गई मिसाइलों ने डिनिप्रो प्रांत में यूक्रेनी मुख्यालय को नष्ट कर दिया है.
आज़ोव सागर से मारियुपोल के बंदरगाह पर रूस के मिसाइल हमले ने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए मानव गलियारे को तोड़ दिया, जिससे नागरिकों के लिए शहर छोड़ना मुश्किल हो गया. ब्रिटिश रक्षा सूत्रों ने दावा किया कि मारियुपोल में अनुमानित 1.50 लाख नागरिक फंसे हुए हैं.
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने रूस को मानवाधिकार परिषद से किया निलंबित
यूक्रेन के कीव में सामूहिक नरसंहार की तस्वीरें सामने आने के बाद रूसी सैनिकों की आलोचना की जा रही है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र में रूस को बड़ा झटका लगा है. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने रूस को मानवाधिकार परिषद से निलंबित कर दिया है. बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में अपनी बात रखते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों को हत्यारा और बलात्कारी करार देते हुए कहा कि नागरिकों को टैंकों से कुचल दिया गया, महिलाओं का उनके बच्चों के सामने बलात्कार किया और उन्हें मार डाला गया. बुका में रूसी सेना ने जो किया वह क्रूरता है. संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सचमुच उल्लंघन किया गया है.
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