राजस्थान राजनीति किस करवट बैठेगी, इसका अंदाजा नहीं लग पा रहा है. हर घंटे अलग ही स्थिति नजर आ रही है. सुबह जयपुर दफ्तर से सचिन पायलट के जिन पोस्टरों को हटाया गया था, अब दोपहर होते-होते उन्हें फिर लगा दिया गया है. ये कदम तब उठाया गया है जब अशोक गहलोत ने अपना शक्ति प्रदर्शन कर दिया है. साथ ही कांग्रेस ने सचिन पायलट को बात करने की अपील की है.
उधर राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता अनिल चोपड़ा ने कहा है कि अभी सचिन पायलट प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री है और पीसीसी प्रदेश कांग्रेस कमेटी राजस्थान के अध्यक्ष भी हैं. ऐसे में कांग्रेस कार्यालय के बाहर से और शहर में कई जगह से पीसीसी चीफ सचिन पायलट के पोस्टर हटाना गलत है. हम उनके साथ है और आगे भी रहेंगे.
वहीं राजस्थान में प्रदेश सरकार के खिलाफ कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं और युवा नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए विरोध शुरू कर दिया है. उन्होंने सचिन पायलट के साथ अपनी फोटो और उनके द्वारा बीजेपी शासन काल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष रहे सचिन पायलट के संघर्ष की फोटो भी शहर की है. युवाओं ने कहा कि हम सचिन पायलट के साथ हैं और आगे भी हमेशा खड़े रहेंगे.
उधर Nsui कार्यकर्ताओं ने पीसीसी चीफ सचिन पायलट का पोस्टर लगाया. इस मौके पर इन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों ने पीसीसी दफ्तर के बाहर से पायलट के पोस्टर हटाए थे. वहीं इस मौके पर ये कार्यकर्ता लगातार नारेबाजी करते रहे. कांग्रेस नेताओं के अनुसार सचिन पायलट और अशोक गहलोत ने सुलह होने की बात सामने आ रही है. इसके बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने हटाई में पोस्टर वापस लगा रहे हैं.
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