देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच कई तरह की अफवाहें भी उड़ रही हैं. व्हाट्सएप पर फर्जी सूचनाओं की जैसे बाढ सी चल रही है. लोग तरह तरह के दावे कर रहे हैं और इसे डॉक्टरों या एक्सपर्ट से जोड़कर दिखाया जा रहा है. इसको ध्यान में रखकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल और वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज ने फर्जी खबरों को फैलने से रोकने के वास्ते अपने सभी कर्मचारियों के विभिन्न व्हाट्सअप ग्रुपों के एडमिनिस्ट्रेटरों का ब्योरा पुलिस के साथ साझा करने के लिए मांगा है. केंद्र सरकार के इस संस्थान ने शुक्रवार को इस संबंध में परिपत्र जारी किया.
सफदरजंग अस्पताल के अवर अधीक्षक डॉ. प्रेम कुमार ने इस परिपत्र में कहा, ‘‘ सक्षम अधिकारी ने मुझे निर्देश दिया है कि कानूनी जरूरत के हिसाब से अस्पताल के व्हाहट्सएप ग्रुपों के सभी एडमिनिस्ट्रेटरों के नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल पुलिस के साथ साझा करने के लिए चाहिए. अस्पताल/कॉलेज के किसी भी कर्मचारी द्वारा सोशल मीडिया पर या संस्थान में फर्जी खबरों,अफवाहों या अन्य किसी प्रतिकूल टिप्पणियों/बयानों को फैलाने से रोकने के लिए इसकी जररूत है. इसका तत्काल कड़ाई से पालन करना है.’’
मालूम हो कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सफदरजंग अस्पताल के सुपर स्पेशलियटी ब्लॉक में उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत समीक्षा करने के लिए शुक्रवार को इस अस्पताल का दौरा किया था. इस ब्लॉक को अत्याधुनिक कोविड-19 प्रबंधन केंद्र में तब्दील किया गया है जहां 400 क्वेरेंटीन एवं 100 आईसीयू बेड हैं. सफदरजंग अस्पताल में डॉक्टर शुक्रवार से कोविड-19 मरीजों का उपचार कर रहे हैं.
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