अहमदाबाद: कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन हर मुमकिन कोशिश कर रहा है. ऐसे में रेल प्रशासन भी कोरोना के सामने जारी जंग में आगे आकर पहले तो रेलवे कोच को आइसोलेशन वॉर्ड मे तब्दील किया और रेलवे स्टेशन को सेनेटाइज करना. अहमदाबाद रेलवे स्टेशन को पूरी तरह से सेनेटाइज किया गया है ऐसे में अब यात्री भी कुछ ही सेकेण्डों में सेनेटाइज हो सकें और बाद में ट्रेनों में तक जा सकें इसके लिए अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक की ओर सेनेटाइजिंग टनल बनाई गई है.
अहमदाबाद रेलवे स्टेशन संभवत: ऐसा पहला रेलवे स्टेशन जहां मास सेनेटाइजेशन टनल बन है. इस टनल की क्षमता 25 से 30 व्यक्ति प्रति मिनट है. वहीं प्रति व्यक्ति पर करीब 20 मिलीलीटर सेनेटाइजर का छिडक़ाव होगा. 20 फीट लम्बी इस मास सेनेटाइजिंग टनल में चलने से दस सेकेण्ड में सेनेटाइज हो सकेंगे. टनल में एक सेन्सर फीट है, जैसे ही यात्री प्रवेश करेगा फोगिंग प्रारंभ हो जाएगा और बाहर निकलते तक वह पूरी तरह सेनेटाइज हो जाएगा.
एनएचएम विंग अहमदाबाद ने इस टनल को विकसित किया है. इसके जरिए रेलकर्मियों और यात्रियों को कोरोना वायरस संक्रमण से रोका जा सकेगा. यह सिस्टम वाष्पीभवन प्रक्रिया के सिद्धांत पर कार्य करता है, जिसमें सेनेटाइजर घुलकर भाप में तब्दील हो जाता है. वॉक थ्रू टनल से इलेक्ट्रीक पेनल, अल्ट्रा सोनिक, वेपोराइजेशन यूनिट जुड़े हैं. इसमें 500लीटर की क्षमता वाली टैंक हैं, जिसके जरिए पांच दिशाओं में सेनेटाइजर फैलता हैं. भारतीय रेलवे में रेलवे स्टेशनों पर यह पायलट प्रोजेक्ट हैं. आगामी समय में ऐसे और भी मास सेनेटाजर लगाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है.
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