सऊदी अरब को मनाने रियाद पहुंचे पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा को खाली हाथ इस्लामाबाद लौटना पड़ा है.
उन्होंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया.
लेकिन दोनों देशों में रिश्तों में आई तल्खी के कारण ऐसा हो न सका.
सऊदी क्राउन प्रिंस ने दो टूक लहजे में पाक आर्मी चीफ से मिलने से इनकार कर दिया.
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पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बड़बोलेपन से नाराज सऊदी अरब को मनाने के लिए सेना अध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा खुद सोमवार रियाद पहुंचे.
जवा के हरसंभव प्रयास के बावजूद क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया.
आईएसआई प्रमुख भी थे साथ
बाजवा के साथ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के प्रमुख जनरल फैज हमीद भी साथ गए थे. बाजवा की मुलाकात सऊदी अरब के रक्षा राज्य मंत्री खालिद बिन सलमान और सऊदी अरब के सेना अध्यक्ष जनरल फयाद बिन अहमिद अल रुआइलि से हुई.
हालांकि वे क्राउन प्रिंस से समय लेने में असफल रहे.
क्यों खराब हुए हैं रिश्ते
दोनों देशों में दशकों पुरानी दोस्ती ने उस समय कड़वाहट पैदा हो गई थी जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर के मुद्दे पर भारत के खिलाफ उसका साथ नहीं देने को लेकर सऊदी को चेतावनी दे डाली. भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाए जाने की पहली वर्षगांठ के मौके पर कुरैशी ने एक टीवी इंटरव्यू में सऊदी पर निशाना साधा था.
कुरैशी ने सऊदी अरब के नेतृत्व वाले संगठन ‘इस्लामिक सहयोग संगठन’ (ओआईसी) को सख्त चेतावनी दी थी.
उन्होंने कहा था, यदि आप इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं, तो मैं प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व में उन इस्लामिक देशों की बैठक बुलाने के लिए मजबूर हो जाऊंगा जो कश्मीर के मुद्दे पर हमारे साथ खड़े होने के लिए तैयार हैं.
कुरैशी से नाराज सऊदी अरब ने पाकिस्तान को एक अरब डॉलर का कर्ज वापस करने को मजबूर कर दिया.
सऊदी अरब ने एक अरब डॉलर की और मांग कर दी.
पाकिस्तान ने चीन से उधार लेकर एक अरब डॉलर का कर्ज चुकाया है.
सऊदी से रिश्ता बिगड़ना पाकिस्तान को काफी भारी पड़ सकता है.