राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद डीपी त्रिपाठी का 67 साल की उम्र में दिल्ली में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में जन्में त्रिपाठी जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने अपने राजनैतिक पारी की शुरुआत कांग्रेस से की थी, उन्हे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी लोगों में माना जाता था. लेकिन 1999 में उन्होंने सोनिया गांधी के विरोध में कांग्रेस छोड़कर एनसीपी ज्वाइन कर लिया था.
सुप्रिया सुले ने डीपी त्रिपाठी के निधन पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने लिखा कि डीपी त्रिपाठी के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुःख हुआ. वे एनसीपी के महासचिव थे, हम सभी के मार्गदर्शक और संरक्षक थे. हम उनके परामर्श और मार्गदर्शन को याद करेंगे, जो उन्होंने उस दिन से दिया था, जिस दिन एनसीपी की स्थापना हुई थी. उनकी आत्मा को शांति मिले. विदेश मंत्री ने भी किया ट्वीट कर शोक प्रकट किया.
Deeply grieved to learn of the passing away of DP Tripathi. Since 1973, when we joined JNU, have discussed and debated the world with him. Always open-minded and pragmatic. Will miss him very much.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 2, 2020
बता दें कि साल 2018 में राज्यसभा से डीपी त्रिपाठी का कार्यकाल समाप्त हुआ था. साथ ही वो एनसीपी के महासचिव के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे थे.