नई दिल्ली: दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर बर्बर तरीके से मौत के घाट के उतार दिए लखबीर सिंह की हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. याचिकाकर्ता ने पहले से दाखिल सीमा को खाली कराने वाली याचिका पर फौरन सुनवाई करने की मांग की है. गौरतलब है कि पिछले एक साल से किसान पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी के विभिन्न सीमाओं पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. सिंधु बॉर्डर पर कल सुबह एक व्यक्ति का शव बैरिकेड्स से लटका मिला था.
वकील शशांक शेखर ने लखबीर सिंह हत्याकांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. शुक्रवार शाम को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर मामले की जल्द सुनवाई की मांग की. याचिका में सिंधु बॉर्डर को तत्काल खाली कराने की भी मांग की, याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में कहा कि आंदोलनकारी कानून का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं.
किसान आंदोलन के मंच के पास एक दलित लखबीर सिंह का शव मिला था. मृतक पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला है. उल्लेखनीय है कि किसान आंदोलन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट में कई बार सुनवाई हो चुकी है. इस महीने की शुरुआत में शीर्ष अदालत ने दिल्ली के किसानों के जुड़े “किसान महापंचायत” नामक संगठन द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए किसानों को फटकार लगाई थी.
कोर्ट ने कहा, आप ट्रेनें रोक रहे हैं, हाईवे बंद कर रहे हैं, क्या शहरी लोग अपना धंधा बंद कर दें, क्या ये लोग शहरों में आपके धरने से खुश होंगे? कोर्ट ने आगे कहा, आप लोग पूरे शहर में बाधा डाल रहे हैं, और अब आप शहर में घुसकर विरोध करना चाहते हैं. आप कृषि कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं, इसका मतलब है कि आपको कोर्ट पर भरोसा है. तो विरोध की क्या जरूरत है?
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