मशहूर समाजसेवी स्वामी अग्निवेश (Swami Agnivesh) का आज दिल्ली में निधन हो गया. 80 वर्षीय स्वामी अग्निवेश (Swami Agnivesh) को मंगलवार को तबियत बिगड़ने के बाद दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिनकी आज मृत्यु हो गई.
स्वामी अग्निवेश (Swami Agnivesh) को मंगलवार को नई दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलेरी साइंसेज (आईएलबीएस) में भर्ती कराया गया था. वह लीवर सिरोसिस से पीड़ित थे और इलाज के दौरान उन्हें मल्टी ऑर्गन फेल्योर की समस्या से भी जूझना पड़ा.
मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर के कारण मंगलवार से वो वेंटिलेटर सपोर्ट पर भी थे. शुक्रवार 11 सितंबर को उनकी हालत बिगड़ गई और शाम 6:00 बजे कार्डियक अरेस्ट भी आया.
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अस्पताल के मुताबिक, स्वामी अग्निवेश (Swami Agnivesh) को आज शाम के करीब छह बजे दिल का दौड़ा पड़ा. डॉक्टर की कोशिशों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका. उन्हें करीब छह बजकर 30 मिनट पर अंतिम सांस ली.
1970 में की थी आर्य समाज की स्थापना
हरियाणा के पूर्व विधायक अग्निवेश (Swami Agnivesh) ने 1970 में एक राजनीतिक पार्टी आर्य सभा की स्थापना की, जो आर्य समाज के सिद्धांतों पर आधारित थी. वह धर्मों के मामलों में वार्ता के लिए एक वकील भी थी.
वह सामाजिक सक्रियता के विभिन्न क्षेत्रों में शामिल रहे, जिसमें कन्या भ्रूण हत्या और महिलाओं की मुक्ति के खिलाफ अभियान शामिल हैं.
जन लोकपाल विधेयक को लागू करने के लिए 2011 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन के अभियान के दौरान वह अन्ना हजारे के प्रमुख सहयोगी थे.
जुलाई 2018 में, स्वामी अग्निवेश (Swami Agnivesh) पर झारखंड के पाकुड़ में भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से क्रूरतापूर्वक हमला किया गया था, जहां वह एक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे. वह जिस होटल में रह रहे थे, उससे बाहर आने के बाद, उन पर एक भीड़ द्वारा हमला किया गया था जो कथित रूप से ”जय श्री राम “के नारे लगा रहे थे.
थरूर और प्रशांत भूषण ने जताया दुख
एक सामाजिक कार्यकर्ता, धर्मगुरु और हरियाणा के पूर्व विधायक, स्वामी अग्निवेश (Swami Agnivesh) की मौत की खबर से लोग सदमे में हैं. कांग्रेस सांसद शशि थरूर और वरिष्ठ वकील और कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने ट्वीट कर शोक जताया है.
I am shocked and saddened by his passing. A man of vigour and conviction, he never looked, sounded or behaved his age! The country is diminished by his passing & I mourn with the millions whose rights he fought to uphold. Om Shanti. https://t.co/Kzmwotn1Sb
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 11, 2020
थरूर ने लिखा, “मैं उनके निधन से स्तब्ध और दुखी हूं. जोश और दृढ़ विश्वास के व्यक्ति थे, उन्होंने कभी अपनी उम्र को नहीं देखा, न ही देखा और न ही व्यवहार किया! उनके निधन से देश का नुकसान हुआ है और मैं उन लाखों लोगों के साथ शोक व्यक्त रता हूं जिनके अधिकारों के लिए उन्होंने संघर्ष किया. ओम शांति. ”
The demise of Swami Agnivesh is a huge tragedy. A true warrior for humanity&tolerance. Among the bravest that I knew,willing to take huge risks for public good.Was brutalised in Jharkhand by a BJP/RSS lynch mob 2 yrs ago. Liver got damaged. RIP Agnivesh jihttps://t.co/SapzPnRznC
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) September 11, 2020
वहीं प्रशांत भूषण ने कहा, “स्वामी अग्निवेश का निधन एक बहुत बड़ी त्रासदी है. मानवता और सहिष्णुता के लिए एक सच्चे योद्धा थे. सबसे अच्छे लोगों में से जो मैं जानता था … जनता की भलाई के लिए बहुत बड़ा जोखिम उठाने को तैयार रहते थे. “
इसके अलावा भी सोशल मीडिया पर स्वामी अग्निवेश के निधन पर लोग अपनी संवेदन व्यक्त कर रहे हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. इस दौरान लोगों उनके कार्यों को याद कर रहे हैं.