दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित तब्लीगी जमात के मकरज में आयोजित धार्मिक समारोह में शामिल होने के बाद अलग-अलग राज्यों से कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय इस मामले पर तब्लीगी जमात से रिपोर्ट मांगी है. माना जा रहा है कि सरकार इस मामले में सख्त कार्रवाई कर सकती है.
गृह मंत्रालय का कहना है कि मरकज में शामिल हुए कई विदेशियों को वीजा देने के मामले में गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया. गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार विजा नियमों में धार्मिक प्रचार प्रसार, धार्मिक भाषण देना आदि में भाग लेना वर्जित है. सरकार सभी विदेशी पर्यटकों पर आजीवन प्रतिबंध लगा सकती है.
वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है कि दिल्ली सरकार ने तब्लीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम के आयोजनकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.
As per policy guidelines of Indian Visa issued by GoI, preaching religious ideologies, making speeches in religious places, distribution of audio-visual display/ pamphlets pertaining to religious ideologies is not allowed. All foreigners who attended may be barred: Govt sources https://t.co/zWWi1wqWnf
— ANI (@ANI) March 31, 2020
इसके पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘आयोजकों ने बहुत ही घोर अपराध किया है. मैंने उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखकर कहा है कि इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और इनको बख्शा ना जाए. उन्होंने कहा कि FIR दर्ज करने के निर्देश दे दिए गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को क्वारटाइन सेंटर बनाने की मंजूरी नहीं दी है. जैन ने बताया, ‘हमें दो दिन पहले ही रात को पता चला है कि 6 लोग राम मनोहर लोहिया में आये हैं, तब से हमने कार्रवाई की है.’
बता दें कि दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित मरकज में मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और किर्गिस्तान सहित 2,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने 1 से 15 मार्च तक तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लिया था. कोरोनावायरस के चलते मरकज से अब तक कुल 860 लोगों को निकालकर अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचाया जा चुका है. वहीं अभी 300 और लोगों को निकाल कर अस्पताल ले जाया जाएगा.
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