भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय पहले ही बता चुका है कि देश में कोरोना संक्रमण को रफ्तार देने में तब्लीगी जमात में शामिल हुए लोगों की भूमिका अहम रही. यही कारण है कि तब्लीगी जमात को अपने दिल्ली कार्यक्रम की वजह से भारत में आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. देश ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी जमात की जमकर आलोचना हो रही है.
जमात ने बीते महीने पाकिस्तान में भी अपना सालाना कार्यक्रम किया था. अंग्रेजी अखबार ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब प्रांत की सरकार द्वारा भारी विरोध के बावजूद जमात ने वहां अपना सालाना कार्यक्रम आयोजित किया. पंजाब स्पेशल ब्रांच ने बताया कि 10 मार्च को हुए कार्यक्रम में 70 से 80 हजार लोगों ने शिरकत की थी.
तब्लीगी जमात के प्रबंधन ने दावा किया कि उनके सालाना कार्यक्रम में ढाई लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे, इसमें 40 देशों से करीब 3000 लोग शामिल हैं. वह लोग अभी पाकिस्तान से अपने देश नहीं जा सके हैं क्योंकि पड़ोसी मुल्क ने कोरोना वायरस के चलते सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाई हुई है.
मालूम हो कि कोरोना वायरस अब तक 184 देशों में फैल चुका है. ताजा जानकारी के मुताबिक, दुनियाभर में कुल 14,84,993 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 88,550 की मौत हो चुकी है. 10,66,534 मरीज़ों का उपचार जारी है और 3,29,909 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. भारत में भी 5,734 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 166 मौत शामिल हैं. पाकिस्तान में भी कोरोना के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/un-report-40-crore-laborers-may-be-trapped-in-poverty-in-india-crisis-on-job-of-19-5-crore-people/