अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों के वापसी के बाद तालिबान ने एक बार फिर से कब्जा कर लिया है. जिसके बाद से हर गुजरते दिन के साथ अफगानिस्तान के हालात खराब होते जा रहे हैं. अफगानिस्तान की मौजूदा सूरते हालात को लेकर भारत सरकार का रुख भी धीरे-धीरे नर्म पड़ने लगा है. इस बीच जानकारी सामने आ रही है कि दोहा में भारतीय राजदूत दीपक मित्तल और तालिबानी नेता शेर मोहम्मद अब्बास के बीच मुकालात हुई.
इस मुलाकात को लेकर भारत में सियासी पारा गरम होने लगा है. विपक्षी दल सरकार पर हमला बोलते हुए तालिबान को लेकर अपने रुख साफ करने की मांग की है. लेकिन अभी तक केंद्र की मोदी सरकार तालिबान को लेकर असमंजस की स्थिति में दिख रही है. इस बीच आईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने तालिबान को लेकर मोदी सरकार से सवाल किया है.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि तालिबान के बारे में मोदी सरकार का पोजिशन क्या है? वे आतंकवादी हैं या नहीं हैं? भारत अगर तालिबान को आतंकवादी मानता है तो क्या उनको UAPA की लिस्ट में शामिल करेगा?
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी 7 सितंबर से तीन दिवसीय यात्रा पर जाने वाले हैं. उनके इस यात्रा की खास बात यह है कि वह अयोध्या से अपनी यात्रा की शुरूआत करेंगे. यूपी दौरे को लेकर ओवैसी ने कहा कि हम ये ही बोलते रहेंगे कि वहां (अयोध्या) मस्जिद थी जिसे 6 दिसंबर 1992 को बीजेपी और संघ परिवार ने शहीद किया. अगर मस्जिद शहीद नहीं होती तो सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय कुछ और आता.
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