पटना: चारा घोटाले के आरोपी लालू यादव की तबीयत खराब होने के बाद रिम्स अस्पताल रांची ने उनको इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में रिफर कर दिया था. एम्स में मामूली इलाज के बाद उनको डिस्चार्ज कर दिया गया था. लेकिन जैसे ही वह एयरपोर्ट पहुंचे उनकी तबीयत फिर से खराब हो गई. जिसके बाद उन्हे फिर से एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस बीच राष्ट्रीय जनता दल के एक विधायक ने एम्स पर आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार के दबाव की वजह से एम्स अस्पताल लालू का इलाज नहीं कर रहा है.
इस बीच राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजप्रताप यादव ने अपने बीमार पिता को जेल से तत्काल रिहा करने की मांग की है. तेजप्रताप ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार से हम मांग करते हैं कि इस उम्र में अब हमारे पिता को रिहा कर देना चाहिए क्योंकि उनका स्वास्थ्य हर दिन गिर रहा है और जिन लोगों ने यह काम किया है, वे खुले में घूम रहे हैं. मारे पिता ने तो वो मुद्दा उजागर किया था, उन्हें झूठे मुकदमे में फसाया है.
इसके अलावा तेज प्रताप यादव ने कहा कि वो 21 साल की उम्र से जेल जा रहे हैं और जिन लोगों ने ये काम किया है वो लोग आज सदन में बैठते हैं. नीतिश कुमार पर भी गंभीर हत्या का आरोप है, हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि उनको भी आजीवन कारावास की सजा हो.
कोर्ट ने 5 साल की कैद के साथ 60 लाख का लगाया था जुर्माना
बीते माह चारा घोटाला मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रांची की सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार देते हुए लालू को चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार मामले में पांच साल की सजा और 60 लाख रुपया जुर्माना की सजा सुनाया था. इससे पहले 15 फरवरी को कोर्ट ने लालू समेत 75 आरोपियों को दोषी करार दिया गया था. जबकि 24 लोगों को दोषमुक्त कर दिया गया था.
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