Gujarat Exclusive > देश-विदेश > आतंक की बड़ी साजिश नाकाम, नगरोटा में सुरक्षाबलों ने 4 आतंकियों को मार गिराया

आतंक की बड़ी साजिश नाकाम, नगरोटा में सुरक्षाबलों ने 4 आतंकियों को मार गिराया

0
500

सीमा पार से आए दिन आतंकी (Terrorists) देश में दहशत को अंजाम देने की फिराक में रह रहे हैं लेकिन सुरक्षाबलों की मुस्तैदी से उनके मंसूबों पर पानी फिर जा रहे हैं. सुरक्षाबलों के शौर्य और साहस के आगे आतंकियों (Terrorists) की कायराना साजिश नाकाम साबित हुई है. जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में सुरक्षाबलों ने ट्रक में छिपकर आ रहे जैश-ए-मोहम्मद के चार दहशतगर्दो (Terrorists) को गुरुवार को मौत के घाट उतार दिया.

यह एनकाउंटर उस समय शुरू हुआ जब नरगोटा में टोल प्लाजा पर सीआऱपीएफ और पुलिस के जवानों ने एक ट्रक को चेकिंग के लिए रोका. जानकारी के मुताबिक आतंकियों (Terrorists) का मुख्य मकसद आने वाले स्थानीय चुनावों से पहले कई आतंकी घटनाओं को अंजाम देना था. जम्मू के नगरोटा में मारे गए चारों आतंकियों के शव बुरी तरह जल गए हैं और इनकी शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है.

खुफिया जानकारी के बाद सख्ती

दरअसल खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने नरगोटा इलाके में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी थी और हर नाके पर गाड़ियों की जबरदस्त चेकिंग चल रही थी. इसी दौरान श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर सुबह 4.20 बजे के आसपास कश्मीर की तरफ बढ़ रहे एक ट्रक को पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने चेकिंग के लिए रोका. लेकिन चेकिंग के दौरान रोकते ही ट्रक का ड्राइवर उतर कर भाग गया.

यह भी पढ़ें: गुजरात में घातक हुई कोरोना संक्रमण की रफ्तार, 1281 नए मरीज मिले

शक होने पर इसके बाद सुरक्षा बलों ने जब ट्रक की चेकिंग की तो उसमें छिपे आतंकियों (Terrorists) ने फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग के बाद आतंकी जंगल की तरफ भागे. सुरक्षा बल के जवानों ने आतंकियों का पीछा किया. मुठभेड़ के दौरान गोलीबारी से ट्रक में आग लग गई. उसमें भारी मात्रा में गोला-बारूद भरा हुआ था.

मुठभेड़ के बाद जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे को बंद कर दिया गया था. हालांकि ऑपरेशन समाप्त होने के बाद जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे को एक बार खोल दिया गया है. नगरोटा में मुठभेड़ के बाद हाइवे को करीब 7 घंटे तक बंद रखा गया था, जिसपर अब आवाजाही शुरू कर दी गई है.

11 एके-47 राइफल बरामद

जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी मुकेश सिंह ने कहा, नगरोटा में मारे गए आतंकियों (Terrorists) से गोला-बारूद के अलावा 11 एके-47 राइफल, 3 पिस्टल, 29 ग्रेनेड, मोबाइल फोन, बंपर, पिट्ठू बैग बरामद हुआ है. पिछले कुछ सालों के इतिहास में ये सबसे बड़ी खेप है. उन्होंने कहा, ये पहला वाक्या है जब आतंकियों से इतनी संख्या में हथियार बरामद हुए हैं, ऐसा लगता है कि इनके मंसूबे काफी बड़े थे, जिसे नाकाम कर दिया गया है.

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि काफी दिन से इस बात का इनपुट मिल रहा था कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा घाटी में आतंकी वारदातें करने की फिराक में हैं और आज बिलकुल सटीक मौके पर पुलिस ने इनके आतंकियों को मार गिराया है.

गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें