लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूर का अपने घरों की तरफ जाना जारी है. पैदल, ट्रकों से और सरकार की तरफ से मुहैया कराए गए यातायात साधनों की मदद से राज्य के अलग-अलग इलाकों में फंसे मजदूर अपने घरों की तरफ जा रहे हैं. कोरोना वायरस के चलते ठप पड़े कारोबार के चलते खाने-पीने और रहने का संकट झेल रहे मजदूर जब अपने घरों की तरफ निकल रहे तो रास्ते में भी उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है. तपती धूप, रास्ते में खाने पीने की दिक्कतों के साथ- साथ प्रशासन का पहरा भी इन लोगों के लिए चुनौती बना हुआ है.
न्यूज एजेंसी एनएनआई ने एक वीडिया साझा किया है जिसमें एक महिला रोते हुए गुहार लगा रही है कि हमें पैदल ही जाने दिया जाए बस हमें रोका ना जाए. महिला वीडियो में कहती है कि दो महीने से इंतजार कर रहे थे कि किसी तरीके से घर पहुंचे जाएंगे जब कोई व्यवस्था नहीं हुई तो हम पैदल ही निकल पड़े. हमारा ढाई साल का बच्चा है रोज कहता है मम्मी घर आ जाओ. मेरा बच्चा खाना नहीं खा रहा है. मैं उसके बिना कैसे रहूंगी.
बता दें कि देश में पिछले 24 घंटे में 103 पीड़ितों की मौत हुई. इसी के साथ अब तक भारत में इस बीमारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 2749 पर पहुंच गया है. एक दिन में संक्रमण के 3970 नए केस भी सामने आए हैं, जिससे कुल पीड़ितों की संख्या 85 हजार 940 पर पहुंच गई है. इनमें 53 हजार एक्टिव केस हैं. 30 हजार 153 लोगों को ठीक होने के बाद घर लौटाया जा चुका है.