संसद के शीतकालीन सत्र में पास हुए नागरिकता संशोधन कानून का असर अब बजट सत्र पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है. सोमवार को लोकसभा में कार्रवाई शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने दिल्ली के जामिया और शाहीन बाग में हुई गोलीबारी का मुद्दा उठाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. विपक्षी सांसदों ने नारे लगाते हुए कहा- ‘गोली मारना बंद करो, देश तोड़ना बंद करो.’ पिछले एक हफ्ते के दौरान शाहीन बाग और उसके आसपास गोलीबारी की तीन घटनाएं हुई हैं. अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में जैसे ही बोलना शुरू किया, विपक्षी दलों के सांसदों का हंगामा शुरू कर दिया. सांसदों ने गोली मंत्री गो बैक के जमकर नारे लगाते हुए नजर आए.
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान जामिया में हुई गोलीबारी का मुद्दा जोरशोर से उठा. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी मोदी सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बच्चों पर जुल्म कर रही है. बच्चों को गोली मारी जा रही है. संसद में बढ़ते हंगामे के कारण लोकसभाध्यक्ष ने प्रश्नकाल को स्थगित कर दिया. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं हुकूमत को बताना चाहता हूं कि हम तमाम जामिया के बच्चों के साथ हैं. ये हुकूमत बच्चों पर जुल्म कर रही है. एक बच्चे की आंख चली गई, बेटियों को मारा गया…बच्चों को मार रहे हैं. शर्म नहीं आई इनको, गोली मार रहे है.
A Owaisi in Lok Sabha: Hum tamam Jamia ke bachchon ke saath hain. Yeh hukumat zulm kar rahi hai bachchon par. Yeh jaante hain ki ek bachche ki aankh chali gayi, betiyon ko maar rahe hain. Sharam nahi hai inko, bachchon ko maar rahe hain, goliyaan mar rahe hain. #BudgetSession pic.twitter.com/NI7OG0HR7v
— ANI (@ANI) February 3, 2020
सदन में हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने की अपील की. उन्होंने कहा कि जब वे चर्चा करेंगे तभी संविधान और लोकतंत्र बचेगा. गौरतलब हो कि दिल्ली में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जो नारेबाजी करवाई थी, उसके बाद ये घटनाएं हुई हैं. जिसपर असदुद्दीन ओवैसी ने भी सवाल खड़ा किया है. अपने ट्वीट में ओवैसी ने आरोप लगाया था कि ये फायरिंग अनुराग ठाकुर के भड़काऊ भाषण की वजह से हुई थी.