बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति पर घमासान मचा हुआ है. विश्वविद्यालय के छात्र जहां खान की नियुक्ति के खिलाफ आंदोलन चला रहे हैं. इस बीच बीएचयू के चांसलर जस्टिस गिरधर माल्वीय ने कहा कि छात्रों का कदम गलत है. महामना बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के संस्थापक, मदन मोहन मालवीय की सोच व्यापक थी. यदि वह जीवित होते तो निश्चित रूप से नियुक्ति का समर्थन करते.
वहीं बीएचयू फिरोज खान की नियुक्ति के फैसले को वापस नहीं लेगा. चीफ प्रॉक्टर ओपी राय ने कहा कि विश्वविद्यालय ने नियमों का पालन किया. फैसला वापस लेने का कोई सवाल नहीं है. छात्रों ने जो किया वो करने का उन्हें अधिकार है.
गौरतलब हो कि BHU के छात्र पिछले 14 दिनों से कुलपति के आवास के सामने धरना दे रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक इन मुस्लिम प्रोफेसर फिरोज खान को दूसरे विभाग में ट्रांसफर नहीं किया जाता तब तक उनका विरोध जारी रहेगा.