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सूरत के नए पुलिस कमिश्नर ने पुराने CP से कहा: ‘मैं पुलिस कमिश्नर हूं, बंगला तो खाली ही करना पड़ेगा’

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सूरत: सूरत शहर के पुलिस कमिश्नर आरबी ब्रह्मभट्ट को तीन महीने बाद अपने सरकारी बंगले में रहने का मौका मिला. पुलिस कमिश्नर सतीश शर्मा अगस्त में सेवानिवृत्त होने के बाद पिछले चार महीने से सरकारी बंगले में रह रहे थे, जबकि सूरत के पुलिस कमिश्नर आरबी ब्रह्मभट्ट ओएनजीसी के गेस्ट हाउस में रह कर बंगला खाली होने का इंतजार कर रहे थे.

सूरत पुलिस कमिश्नर के पोस्ट से सेवानिवृत्त 1985 बेंच के सतीश शर्मा सूरत पुलिस कमिश्नर के सरकारी बंगले पर पिछले चार महीने से कब्जा कर रखा था. लेकिन इसी बीच शनिवार शाम सूरत शहर के पुलिस आयुक्त आरबी ब्रह्मभट्ट बंगले पर पहु्ंचे और बंगला में ही बैठ गए. जिसके बाद सेवानिवृत्त होने के बावजूद भी पुलिस आयुक्त के बंगला पर कब्जा जमाकर रहने वाले सतीश शर्मा से कहा कि वह बंगला जल्द खाली कर देंगे. लेकिन आरबी ब्रह्मभट्ट के इरादे का अनुमान लगाकर सतीश शर्मा ने देर रात सरकारी बंगला खाली कर दिया.

सूरत के सेवानिवृत्त पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा फिलहाल अपने परिवार के साथ सूरत में रहने वाले एक दोस्त के 5BHK बंगले में रहने गए हैं ऐसी जानकारी प्राप्त हो रही है. सूरत के सेवानिवृत्त पुलिस कमिश्नर के पद से सतीश शर्मा पिछले अगस्त में सेवानिवृत्त हो गए थे. लेकिन उन्हें पुलिस आयुक्त के रूप में मिलने वाला बंगला खाली नहीं किया था. उनके सेवानिवृत्त होने के एक महीने बाद, 30 सितंबर को नए पुलिस आयुक्त के रूप में 1995 बैंच के अधिकारी आरबी ब्रह्मभट्ट को नियुक्त किया गया. नव नियुक्त पुलिस कमिश्नर आरबी ब्रह्मभट्ट 10 साल सीनियर अधिकारी होने के नाते तीन महीने तक इंतजार किया. इस दौरान वह ओएनजीसी के गेस्ट हाउस में रहने लगे. लेकिन तीन महीने के लम्बे इंतजार के बाद बंगला खाली होते ना देख खुद बंगला खाली करवाने पहुंच गए.

सेवानिवृत्त पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा जब वडोदरा शहर पुलिस कमिश्नर थे इस दौरान भी उनका ट्रांसफर होने के बाद भी कई महीने तक कमिश्नर को मिलने वाले बंगले पर कब्जा जमाकर रखा था.वड़ोदरा पुलिस कमिश्नर के तौर पर नियुक्त सतीश शर्मा का ट्रांसफर (गुजरात ऊर्जा बिजली निगम) में हो गया था लेकिन वह नये पुलिस कमिश्नर की नियुक्ती होने के बावजूद भी बंगला नहीं खाली किया था जिसकी वजह से ई. राधा कृष्णन को कई महीना तक सरकीट हाउस में रहना पड़ा था. सरकारी बंगला नहीं खाली करने के मामले को लेकर इन दोनों अधिकारियों के बीच टकराव भी हुआ था. सतीश शर्मा का सूरत में ट्रांसफर जिस वक्त हुआ था उस दौरान वहां के कमिश्नर की जिम्मेदारी आशीष भाटिया निभा रहे थे. आशीष भाटिया का ट्रांसफर जामनगर हुआ था इस दौरान वह सरकारी बंगला में रहने के लिए काफी हंगामा किया था. और जब उनको सरकारी बंगला मिल गया. तो अब वह कमिश्नर को मिलने वाले बंगला को छोड़ने के बजाय कब्जा जमाकर रखना चाहते थे. जिसकी वजह से आरबी ब्रह्मभट्ट को बंगला खाली करवाने की जिम्मेदारी खुद उठानी पड़ी.