आपको याद होगा काफी समय पहले गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने एक कार्यक्रम में संबोधन के दौरान कहा था कि गुजरात में सबसे ज्यादा भ्रष्ट विभाग पुलिस है, जिसके बाद राज्य में भ्रष्टाचार एवं रिश्वत को खत्म करने के लिए सरकार ने पुलिस विभाग में अलग से ‘एन्टी करप्शन ब्यूरो’ बनाया. लेकिन अब इस विभाग के ही पुलिस अधिकारी खुद रिश्वत लेते हुए पकड़े गये हैं. दरअसल मामला गुजरात के जूनागढ़ का है. जूनागढ़ के एंटी करप्शन विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत पुलिस कर्मी को अहमदाबाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार जूनागढ़ का यह मामला चरागाह की जमीन से संबंधित है. एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले की शिकायत दर्ज की थी. जूनागढ़ के पुलिस इंस्पेक्टर डीडी चावड़ा मामंले की जांच कर रहे थे. वे मामले की जांच करने के लिए अहमदाबाद के शाहीबाग के डफनाला क्षेत्र में आये थे. उन्होंने जूनागढ़ के भ्रष्टाचार के आरोपितों को भी अहमदाबाद बुलाया था.
पुलिस इंस्पेक्टर चावड़ा आरोपितों को गिरफ्तारी से बचने के लिए एवं सरकारी गवाह बनाने का आश्वासन दिया था. इसके बदले उन्होंने 18 लाख रूपये भी की मांग की थी. लेकिन होशियार आरोपी इसकी शिकायत अहमदाबाद एंटी करप्शन को दे दी. जिसके बाद एसीबी अधिकारियों ने जूनागढ़ के एसीबी इंस्पेक्टर डीडी चावड़ा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया था.