जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बनते ही अपनी धमक दिखाना शुरू कर चुके हैं. जनरल रावत ने 17 फरवरी को भविष्य के कुछ रणनीतिक फैसलों की जानकारी दी जिनमें केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर के लिए अलग थिएटर कमांड की स्थापना शामिल है.
एक प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए जनरल रावत ने बताया कि अगले साल की शुरुआत तक एयर डिफेंस कमांड बनाया जाएगा. उन्होंने कहा, 2021 के अंत तक इंडियन नेवी के ईस्टर्न और वेस्टर्न कमांड को जोड़ कर पेनिनसुला कमांड बनाया जाएगा. भारतीय वायु सेना एयर डिफेंस कमांड संभालेगी और सभी डिफेंस एसेट और लंबी-दूरी की मिसाइल ये कमांड ही संभालेगा.
रावत ने ये भी बताया है कि भारत में ट्रेनिंग और डॉक्टरीनल कमांड और लॉजिस्टिक्स कमांड बनाए जाएंगे. इसके अलावा CDS रावत ने 114 फाइटर जेट खरीदने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत में बनाए गए विमानवाहक पोत के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद नेवी की तीसरे विमानवाहक पोत की मांग पर सोच-विचार किया जाएगा. नेवी के लिए विमानवाहक पोत से ज्यादा वरीयता सबमरीन को दी जाएगी.
क्या होता है थिएटर कमांड?
थिएटर कमांड एक तरह का मिलिट्री संगठनात्मक ढांचा होता है. इसमें सभी मिलिट्री एसेट को वॉर थिएटर में कंट्रोल किया जाता है. आर्मी, नेवी और एयर फोर्स के ज्वॉइंट कमांड को मिलिट्री मामले में थिएटर कमांड कहा जाता है. ऐसे कमांड में मिलिट्री के तीनों विंग के संसाधनों को वरिष्ठ मिलिट्री कमांडर के हाथों में सौंप दिया जाता है.
पहले से चल रही है बात
देश में थिएटर कमांड बनाए जाने की बात काफी समय से चल रही है. 2018 के आखिरी में भी इसको बनाए जाने की खबरें चर्चा में थीं. तब के नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा ने बताया था कि वायुसेना थिएटर कमांड बनाए जाने के विरोध में है. वायुसेना का कहना था कि ऐसे कमांड से उसके संसाधनों पर तनाव पड़ेगा.