कानपुर के कुख्यात अपराधी विकास दुबे को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया. विकास भागने की कोशिश कर रहा था इसी दौरान पुलिस ने विकास को मौत के घाट उतार दिया. पहले तो विपक्ष विकास की दूसरे राज्य से गिरफ्तारी पर सवाल खड़ा कर रहा था अब उसके एनकाउंटर पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इसकी शुरूआत की है राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने. उन्होंने ट्वीट कर एनकाउंटर पर सवाल खड़ा किया है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विकास एनकाउंटर के घटनाक्रम पर सवाल उठाते हुए तंज कसा है और अपने ट्वीट कर लिखा है-दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2020
उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तारी के बाद विकास को कानपुर लाया जा रहा था. इसी दौरान एसटीएफ की गाड़ी पलट गई. जिसे मौका समझकर विकास पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश करने लगा. पुलिस के जवाबी कार्रवाई में विकास के सीने और कमर में गोलियां लगी थी. उसे गंभीर घायल अवस्था में अस्पताल लाया गया जहां उसे करीब 8 बजे डॉक्टरों की टीम ने मृत घोषित कर दिया. कानपुर रेंज के आईजी ने विकास के मारे जाने की पुष्टि की है.
विकास दुबे की गिरफ्तारी की खबर लगने के बाद कल अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा-ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
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