गुजरात के नर्मदा में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास बनी जंगल सफारी में तीन विदेशी जानवरों की मौत हो गई. इनमें अफ्रीकी एम्पाला और जिराफ शामिल है. इन सभी जानवरों को वन विभाग के देख-रेख और वेटरनरी डॉक्टर की निगरानी में रखा जाता है. हालांकि माना जा रहा है की जानवरों के मौत की प्रमुख वजह बदलते वातावरण का असर भी हो सकता है, लेकिन इन जानवरों की मौत क्यों हुई है अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास केवड़िया में 375 एकड़ जमीन पर ये जंगल सफारी बनाई गई है. इस जंगल सफारी में देश और विदेश के जानवरों को पहली बार खुले वातावरण में सिंगापुर की तरह रखने का प्रयास किया गया है. जंगल सफारी में अफ्रीकी जिराफ, एम्पाला, ऑस्ट्रेलिया से आल्फा लामा, कंगारु जैसे कई विदेशी जानवरों और पक्षियों को लाया गया है.
जानवरों के खाने से लेकर उन्हें पिलाए जाने वाले पानी तक का ख्याल रखने के लिए स्पेशल टीम बनाई गई है. इसके बावजूद तीन जानवरों की मौत हो गई. वन विभाग ने मृत जनवरों की शरीर को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. इस रिपोर्ट के बाद ही साफ हो सकेगा कि इनकी मौत की वजह क्या है.
इस जंगल सफारी की खास बात ये है कि इस पूरे जंगल सफारी में करीब 1800 जानवरों को रखा गया है. यही नहीं बीते 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन के मौके पर सरदार वल्लभ भाई पटेल की विश्व की सबसे ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने जंगल सफारी का भी दौरा किया था.
केवडिया के 375 एकड़ जमीन में फैला जंगल सफारी 6 अलग-अलग जोन में बनाया गया है. इस सफारी को शानदार बनाने के लिए दिवेश से 1800 से ज्यादा जानवर, पशु ,पक्षी को रखा गया है. इन तमाम जानवरों के खाने पीने से लेकर तमाम चीजों को लेकर काफी सतर्कता बरती जाती है. और हर घंटे वेटरनरी डॉक्टरों निगरानी में रहते हैं ऐसे में सवाल ये उठता है कि जानवरों की मौत कैसे हो गई.