महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद ही उद्धव ठाकरे का ‘एक्शन प्लान’ शुरू हो गया. शपथ ग्रहण के फौरन बाद उन्होंने सिद्धि विनायक मंदिर में पूजा की. इसके बाद उन्होंने सहयाद्री गेस्ट हाउस में अपनी पहली कैबिनेट बैठक ली. कैबिनेट मीटिंग से बाहर आने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं राज्य के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम एक अच्छी सरकार देंगे. मैं किसानों की मदद करना चाहता हूं, जिससे उन्हें खुशी मिले.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि बैठक में किसानों की समस्यों को लेकर चर्चा की गई. हालांकि उनके लिए कोई भी फैसला स्थिति रिपोर्ट देखने के बाद लिया जाएगा. मुख्य सचिव किसानों की स्थिति पर 1-2 दिन में जानकारी देंगे और इसके बाद उनके लिए बड़ा ऐलान होगा. उद्धव ठाकरे की पहली कैबिनेट बैठक में छत्रपति शिवाजी महाराज के किले को लेकर बड़ा फैसला किया गया है. महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी रायगढ़ किला के संरक्षण के लिए 20 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर हम वास्तविकता जानेंगे तो हम अच्छा काम कर सकते हैं. हमने जानकारी मांगी है. किसानों को सिवाए आश्वासन के आज तक कुछ नहीं मिला है. हम किसानों की ठोस मदद करना चाहते हैं.’ उन्होंने कहा कि हम राज्य में ऐसा माहौल सुनिश्चित करना चाहते हैं जहां कोई भी आतंकित महसूस नहीं करेगा. उद्धव ठाकरे के मीडिया से बात करते समय उनके साथ मंत्रिमंडल के सहयोगी छगन भुजबल, जयंत पाटिल, बालासाहेब थोराट और नितिन राउत भी थे.
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में पानी की किल्लत को लेकर किसान काफी सालों से परेशान नजर आ रहे हैं. और बड़ी तादाद में किसान आत्महत्या का रास्ता अपनाते हैं. ऐसे में नई सरकार से सबसे ज्यादा किसानों को उम्मीद है. लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र के किसानों को इस कंधे वाली सरकार से कितना फायदा मिलता है.