उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच उन्नाव से गायब हुई दलित युवती का शव बरामद होने पर सनसनी फैल गई है. दो महीने से लापता दलित युवती की मां ने 9 दिसंबर को पूर्व राज्यमंत्री और सपा के दिग्गज नेता फतेहबहादुर के बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया था, अब जानकारी सामने आ रही है कि दलित युवती का शव शहर के दोस्तीनगर स्थित दिव्यानंद आश्रम के पीछे सेप्टिक टैंक में कंबल से लपेटकर दफना दिया था जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है.
कल युवती के शव को पुलिस ने मजिस्ट्रेट और परिजनों की मौजूदगी में गड्ढा खोदकर बरामद किया था. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और डॉग स्क्वायड जांच में जुट गई है. पुलिस ने जेल में बंद आरोपित की निशानदेही पर खुदाई करकर शव बरामद कर लिया है. पीड़िता के माता पिता ने पूर्व मंत्री के बेटे रजोल सिंह के खिलाफ तहरीर देते हुए बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था.
पुलिस से इंसाफ नहीं मिलने पर पीड़िता की मां ने 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के काफिले के आगे कूदकर जान देने की कोशशि की थी. जिसके बाद पुलिस हरकत में आ गई और आनन-फानन रजोल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि युवती हत्या कर शव को दोस्तीनगर स्थित दिव्यानंद आश्रम के पीछे सेप्टिक टैंक में कंबल से लपेटकर दफना दिया था.
इस मामले को लेकर बहुजन समाज पार्टी मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर इंसाफ की मांग की है. मायावती ने ट्वीट कर लिखा “उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला. परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे. राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे.”
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