नई दिल्ली: उन्नाव से गायब हुई दलित युवती का शव बरामद होने पर सनसनी फैल गई है. दो महीने से लापता दलित युवती की मां ने 9 दिसंबर को पूर्व राज्यमंत्री और सपा के दिग्गज नेता फतेहबहादुर के बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. लेकिन पुलिस से इंसाफ नहीं मिलने पर पीड़िता की मां ने 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के काफिले के आगे कूदकर जान देने की कोशशि की थी. चुनावी राज्य में सामने आए इस मामले पर सियायी बयानबाजी तेज हो गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस मामले को लेकर योगी सरकार पर सवाल खड़ा किया है.
प्रियंका गांधी ने इस मामले को लेकर कई ट्वीट कर सवाल खड़ा किया है. प्रियंका ने ट्वीट कर लिखा “उन्नाव में जो घटा वो उत्तरप्रदेश में नया नहीं है. एक दलित लड़की की मां अपनी बेटी का पता लगाने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटती रही, अंत में उसको अपनी बेटी का शव मिला। प्रशासन ने उसकी एक नहीं सुनी. भाजपा को इस मुद्दे पर राजनीति करने की बजाय जवाब देना चाहिए कि प्रशासन क्यों… उस मां को जनवरी से दौड़ाता रहा? किसने इस बिटिया की मां की गुहार नहीं सुनी?”
एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आगे लिखा” सीएम योगी जी आप अपने भाषणों में कानून व्यवस्था की बात करना छोड़ दीजिए. आपके प्रशासन में महिलाओं को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ता है, महिलाओं पर अत्याचार होने पर उनकी आवाज सुनी ही नहीं जाती, महिलाओं पर अत्याचार कर उनकी हत्या कर दी जाती है और आप झूठे दावों में व्यस्त रहते हैं.
पुलिस पर आरोप लगाया जा रहा है कि सपा नेता का बेटा इस मामले में शामिल था इसलिए कार्रवाई नहीं की गई. इस मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे सपा में है. उनका देहांत 4 साल पहले हो गया. आखिर पुलिस को इतने दिन क्यों लग गए ढूंढने में, पुलिस सख़्त से सख़्त कार्रवाई पहले भी कर सकती थी. मृत युवती की माँ जो भी मांग कर रही हैं वह पूरी की जाए.
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