न्यूयॉर्क: अफगानिस्तान से 31 अगस्त तक अपने सैनिकों को वापस बुलाने की घोषणा करने वाला अमेरिका एक बड़े संकट का सामना कर रहा है. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले 11 सितंबर से पहले किसी भी कीमत पर सभी सैनिकों की वापसी का आह्वान किया था, लेकिन अब काबुल में हुए आतंकवादी हमले में कुछ अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं. जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति को अपने फैसले और योजना पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है.
काबुल हवाईअड्डे पर सिलसिलेवार विस्फोट में हवाईअड्डे पर तैनात एक दर्जन से अधिक अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी. हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्र को संबोधित किया. इस मौके पर आतंकवादियों को चुनौती देते हुए कहा, “हम हमलावरों को ढूंढेंगे और मार देंगे, किसी को भी छोड़ना नहीं जाएगा.”
अब सवाल यह है कि क्या अमेरिका ने एक बार फिर 31 अगस्त के बाद अफगानिस्तान में रहने का मन बना लिया है, क्योंकि यह सिर्फ बचाव अभियान की बात नहीं है. बल्कि इस हमले का बदला लेने की बात है.
काबुल में हुए हमले के बाद जो बाइडेन ने क्या कहा?
काबुल में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में एक बैठक का आयोजन किया. उसके बाद उन्होंने राष्ट्र को संबोधित किया. इस मौके पर बाइडेन ने साफ कर दिया कि हम आतंकवादियों को कभी नहीं भूलेंगे, हम उनको ढूंढेंगे और इस हमले की सजा देंगे. बाइडेन ने अपने संबोधन में कहा कि हम आतंकियों को जवाब देंगे, लेकिन किस तरीके से और कौन से समय यह हम तय करेंगे. मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि आईएसआईएस के आतंकवादी बिल्कुल भी नहीं जीतेंगे.
गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/kabul-airport-blast/