वडोदरा: वडोदरा की सर सयाजीराव गायकवाड होस्पीटल के कोरोना वार्ड में धमण वेंटिलेटर की वजह से आग लगने की जानकारी सामने आई है. एफएसएल की जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ है.
गौरतलब है कि इससे पहले भी धमण वेंटिलेटर को लेकर विवाद खड़ा हुआ था. Vadodara SSG hospital fire
धमण वेंटिलेटर की वजह से अस्पताल में लगी आग Vadodara SSG hospital fire
एफएसएल सूरत और वडोदरा के प्रभारी उप निदेशक डीबी पटेल ने इस सिलसिले में जानकारी देते हुए कहा, “एसएसजी अस्पताल के कोविड वार्ड के आईसीयू 2 में धमण वेंटिलेटर लगा था.
वेंटिलेटर और कंप्रेसर में यांत्रिक कमी थी और इसी कमी की वजह से शॉर्ट सर्किट हो गई और फिर आईसीयू में आग लग गई.”
8 सितंबर को बडोदरा के एसएसजी अस्पताल के कोरोना वार्ड में लगी थी आग Vadodara SSG hospital fire
8 सितंबर को वडोदरा के SSG अस्पताल के कोरोना वार्ड में आग लग गई थी. आग लगने की सूचना मिलते ही महापौर सहित वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे.
अस्पताल में आग लगने की वजह से इलाज कराने वाले अन्य मरीजों को फौरन अन्य वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया था. एसएसजी अस्पताल में आग लगने की वजह से प्रशासन ने मेजर फायर कॉल जारी किया था.
आपातकालीन वार्ड के बाहर एंबुलेंस और अग्निशमन की लंबी लाइनें लग गई थीं. कोरोना पॉजिटिव मरीज अपनी जान बचाने के लिए अस्पताल में भागदौड़ करने लगे थे.
जिस वक्त अस्पताल में आग लगी थी उस वक्त 150 से ज्यादा मरीज इलाज के लिए भर्ती थे. Vadodara SSG hospital fire
ग़ौरतलब है कि इससे पहले भी राज्य के अहमदाबाद, राजकोट, जामनगर जैसे शहरों में अस्पतालों में आग लगने की घटनाएं हुई थीं. अस्पताल में आग लगने की वजह से फायर सेफ्टी पर भी सवाल खड़े हुए थे.
इतना ही नहीं इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार की जमकर फटकार लगाई थी और अस्पतालों में फायर सेफ्टी को लेकर क्या इंतजाम है इसकी रिपोर्ट भी तलब किया था. Vadodara SSG hospital fire
गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/ahmedabad-director-suicide/