वलसाड: वलसाड शहर में बढ़ते कोरोना कहर के बीच पुलिस ने नाइट कर्फ्यू को सख्ती से लागू करना शुरू कर दिया है. वलसाड में नाइट कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने की वजह से एक नवविवाहित जोड़े को शादी की पहली रात थाने में गुजारनी पड़ी. वलसाड शहर के बाहर से शादी संपन्न शहर में आने के वक्त नाइट कर्फ्यू लग गया था. जिसकी वजह से पुलिस ने नवविवाहित जोड़े के साथ ही साथ दुल्हा के परिजनों को नाइट कर्फ्यू के उल्लंघन को लेकर हिरासत में ले लिया. जिसकी वजह से दुल्हा-दुल्हन को शादी की पहली रात थाने में गुजारनी पड़ी.
शादी के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन होने पर पुलिस आमतौर पर दूल्हा और दुल्हन के परिवार के खिलाफ कार्रवाई करती है. दूल्हा और दुल्हन के साथ मानवीय आधार पर कार्रवाई नहीं किया जाता है. लेकिन, गुजरात में यह पहली घटना है जिसमें वलसाड पुलिस ने कर्फ्यू उल्लंघन के मामले में दूल्हा-दुल्हन को भी रिहा नहीं किया. सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की, जिसके बाद लोग पुलिस की एकतरफा कार्रवाई के खिलाफ सवाल खड़ा कर रहे हैं.
वलसाड शहर में पुलिस द्वारा नाइट कर्फ्यू को सख्ती से लागू कराने के कारण पारडी क्षेत्र में शादी कर शहर में लौंटने वाले नवविवाहित जोड़े को सुहागरात थाने में मनाने की नौबत आ गई. नवविवाहिता जोड़े के साथ ही साथ परिवार के अन्य सदस्यों को थाने में रात गुजारनी पड़ी, सभी को सुबह जमानत पर रिहा कर दिया गया. पुलिस की इस कार्रवाई की तारीफ और आलोचना दोनों हो रही है.
पुलिस पर लगाया बदसलूकी का आरोप
शादी की पहली रात थाने में बिताने वाले दूल्हा पीयूष पटेल ने पुलिस पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया है. पीयूष पटेल ने कहा कि हमने थोड़ी देर होने के लिए माफी मांगी. हमारे परिवार के सदस्यों ने कहा कि कर्फ्यू का उल्लंघन करने के लिए हमारे खिलाफ कार्रवाई करें और नवविवाहितों को जाने दें. लेकिन पुलिस ने हमारी एक भी नहीं सुनी और हमारे साथ बदसलूकी कर थाने ले गई. दुल्हे ने आरोप लगाया कि कानून को सख्ती से लागू करने के नाम पर आम जनता को प्रताड़ित किया जाता है. जबकि नेता कोविड दिशा-निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हैं तब वही पुलिस आंखें मूंद लेती है.
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