वापी: कोरोना महामारी के इस दौर में जहां लोग एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं और मानवता का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश कर रहे हैं. Vapi hospital car seized
वहीं गुजरात के वापी से एक ऐसी जानकारी सामने आ रही जिसे सुनकर मानवता भी शर्मसार हो गई है. Vapi hospital car seized
वापी के निजी अस्पताल ने बिना बिल चुकाए कोरोना से पीड़ित एक मरीज के परिजनों को उसकी लाश देने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं अस्पताल ने रिश्तेदार की कार को भी जब्त कर लिया.
बिल वसूली के लिए जब्त की कार Vapi hospital car seized
अस्पताल अधिकारियों ने मरीज की मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव देने से इनकार कर दिया. Vapi hospital car seized
मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल अधिकारियों ने उन्हें पहले ही पूरा बिल देने के लिए कहा था. हालांकि उस समय परिवार के पास अपनी कार के अलावा कुछ नहीं था.
इसलिए अस्पताल अधिकारियों ने कार को गिरवी रखने के बाद ही डेडबॉडी को परिवार वालों को सौंपा. जिसके बाद परिवार के लोगों ने पुलिस स्टेशन में अस्पताल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
परिवार ने अस्पताल के खिलाफ दर्ज करवाई शिकायत
मृतक के परिवार की शिकायत के बाद जब पुलिस पहुंची तो कार को अस्पताल के अधिकारियों ने वापस कर दिया. Vapi hospital car seized
इस सिलसिले में जानकारी देते हुए अस्पताल के एमडी डॉ. अक्षय नाडकर्णी का कहना है कि अस्पताल की ओर से बिल की रकम पहले से ही कम कर दी गई थी.
लेकिन परिवार ने बिल का भुगतान किया ही नहीं था. Vapi hospital car seized
गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/gujarat-board-exam-postponed/