अहमदाबाद: शहर के वटवा जीआईडीसी फेज 4 में सोमवार रात जहरीली गैस छोड़ी गई. जिसके बाद मच्छूनगर के निवासियों के आंख में जलन, सांस लेने में तकलीफ और उल्टी होने लगी. इससे स्थानीय लोगों में दहशत और आक्रोश व्याप्त है. घटना की जानकारी मिलने पर दमकल विभाग, जीपीसीबी और पुलिस मौके पर पहुंची और आठ कंपनियों की जांच की. लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि गैस किस कंपनी से छोड़ी गई. जिसके बाद 4 मशीनों से आगे की जांच की जा रही है. Vatva GIDC Poisonous Gas
जहरीली गैस छोड़ने से स्थानिक लोग परेशान
वटवा के मच्छूनगर निवासी भरत भारवाड़ ने स्थानीय कंपनी से जहरीली गैस छोड़ने की शिकायत की थी. हाथीजण के पूर्व पार्षद अतुल पटेल ने इसकी जानकारी पुलिस और दमकल विभाग सहित जीपीसीबी अधिकारियों को दी. जानकारी मिलने पर अधिकारियों का काफिला मौके पर पहुंचा और जांच शुरू की. अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि किस कंपनी से जहरीली गैस छोड़ी गई थी. आगे की जांच के लिए मशीनों की मदद ली जा रही है. Vatva GIDC Poisonous Gas
पूर्व पार्षद ने लगाया कंपनियों पर आरोप Vatva GIDC Poisonous Gas
पूर्व पार्षद अतुल पटेल के मुताबिक, दो स्थानीय लोगों को सांस लेने में ज्यादा दिक्कत पाई गई. इन लोगों को एलजी अस्पताल ले जाया जा रहा था. लेकिन रास्ते में शुद्ध हवा मिलने पर उनकी हालत में सुधार दर्ज होने के बाद वापस घर लाया गया. लेकिन दूसरे कई लोगों के आंख में जलन और उल्टी हो रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनियां अक्सर देर रात को जहरीले गैस का वाल्व खोले देती हैं. लेकिन इस तरह की घटनाएं ज्यादा देर तक वॉल्व खोलने से होती हैं. Vatva GIDC Poisonous Gas
सोमवार की घटना का जब कंपनी को पता चला तब वॉल्व को बंद कर दिया होगा. इस मुद्दे का समाधान तभी हो सकता है जब जीपीसीबी के अधिकारी औचक जांच करें और जहरीली गैस या रासायनिक युक्त पानी छोड़ने वाली कंपनियों को सील कर दें. Vatva GIDC Poisonous Gas
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