गांधीनगर: गुजरात सरकार समारोहों पर करोड़ों रुपये खर्च करने से नहीं कतराती है. जिसका उदाहरण वाइब्रेंट समिट के पीछे खर्च के आंकड़ों से साबित हो रहा है. Vibrant Gujarat Summit expenses
इस बीच जानकारी सामने आ रही है कि गुजरात सरकार 2019 में होने वाले वाइब्रेंट समिट हिस्सा लेने वाले मेहमानों के लिए 500 से अधिक लग्जरी कारों को किराए पर लिया था.
सरकार ने इसके लिए 2 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है.
वाइब्रेंट गुजरात समिट में करोड़ो रुपये का खर्च Vibrant Gujarat Summit expenses
इन दिनों गुजरात विधानसभा में बजट सत्र का प्रश्नकाल चल रहा है. विधानसभा में कांग्रेसी विधायक शैलेश परमार के सवाल का जवाब देते हुए राज्य सरकार ने बताया कि 2019 में आयोजित होने वाले वाइब्रेंट समिट में देश-विदेश से हिस्सा लेने वाले मेहमानों को उनके होटल से वाइब्रेंट समिट के स्थल महात्मा मंदिर तक लाने के लिए 500 से ज्यादा लग्जरी कारों को किराए पर लिया था.
लग्जरी कारों के इस काफिले में 257 इनोवा के अलावा, मर्सिडीज, ऑडी, बीएमडब्ल्यू और सेडान क्लास जैसी लक्जरी कारों को किराए पर लिया गया था. Vibrant Gujarat Summit expenses
अहमदाबाद स्थित अक्षर ट्रैवल्स को इसके लिए 2.15 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था.
सिर्फ मेहमानों की गाड़ी पर 2 करोड़ का खर्च Vibrant Gujarat Summit expenses
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब 2003 से वाइब्रेंट गुजरात नामक राज्य सरकार की ओर हर दो साल में एक बार औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस तरह के शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाता है.
इस तरह के शिखर सम्मेलन में, राज्य सरकार के मंत्री और अधिकारी देश और विदेश के बड़े व्यापारियों का स्वागत करते हैं. Vibrant Gujarat Summit expenses
वाइब्रेंट गुजरात समिट को सफल बनाने और दुनिया के सभी देशों का स्वागत करने के लिए प्रचार कार्यक्रम के पीछे राज्य सरकार लाखों रुपये खर्च करती है.
इस तरह के शिखर सम्मेलन में निवेश पर बड़े MOU पर हस्ताक्षर किए जाते हैं, लेकिन निवेश आते नहीं है.
इससे पहले भी गुजरात के कई नेता वाइब्रेंट गुजरात समिट को लेकर सवाल खड़ा कर चुके हैं. Vibrant Gujarat Summit expenses
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