भारत में अपने कारोबार को लेकर अनिश्चितता संबंधी बयान देने पर सरकार की नाराजगी के बाद दूरसंचार कंपनी वोडाफोन यूटर्न लेती दिख रही है. पीटीआई ने खबर दी है कि वोडाफोन ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निक रीड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इसमें वादा किया गया है कि वोडाफोन भारत में निवेश करती रहेगी.
उन्होंने मीडिया पर उनके बयान को तोड़मरोड़ करके पेश करने का भी आरोप लगाया. इससे पहले दूरसंचार मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा था कि सरकार ने भारत में दूरसंचार क्षेत्र के बारे में दिये गये वोडाफोन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के बयान पर नाखुशी प्रकट की है और वह इस बयान से असहमत है.
कल खबर आई थी कि भारत की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन-आइडिया ढहने के कगार पर है. निक रीड का कहना था कि अगर सरकार ने ऑपरेटरों पर ऊंचे टैक्स और शुल्क की मार जारी रखी तो भारत में वोडाफोन का भविष्य खतरे में है.
बीते महीने सुप्रीम कोर्ट ने वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल को बड़ा झटका देते हुए उनसे केंद्र सरकार को 92 हजार करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा था. यह पैसा पुराने शुल्क के मद में दिया जाना था. इस मुद्दे को लेकर सरकार और दूरसंचार कंपनियों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इन दोनों कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट दर्ज की गई थी.