मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार भले ही भ्रष्टाचार पर काबू पाने के दावे कर रही हो लेकिन भ्रष्टाचार है कि रुकने का नाम नहीं ले रही. नया मामला सामने आया है एम पी के सीधी जिले से जहां एक महिला तहसीलदार कार्यालय में भैंस लेकर पहुंच गई. महिला ने कहा कि उसके पास नाम बदलने की एवज में घूस देने के लिए पैसे नहीं है, इसलिए उसने अधिकारियों से कहा कि वे उनकी भैंस ही ले लें. महिला ने आरोप लगाया कि नाम बदलने के बदले में अधिकारी घूस मांग रहे हैं.
तहसीलदार दफ्तर में होने वाले हंगामे के बाद अधिकारियों ने भैंस को लौटा दिया और घूस मांगने के आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि 14 नवंबर को ही नाम बदलने का काम हो चुका है और महिला का भैंस लेकर आना साजिश का हिस्सा है.
‘मुझसे दोबारा रिश्वत मांगी गई’
रामकली ने कहा, ‘मैंने अपने पैतृक संपत्ति में नाम बदलने के लिए आवेदन दिया था. मुझसे 10 हजार रुपये घूस मांगी गई और मैंने दे दिया लेकिन अभी तक मेरा काम नहीं हुआ है. मुझसे दोबारा पैसा मांगा गया. चूंकि मेरे पास पैसा नहीं था, इसलिए मैं अपनी भैंस लेकर यहां आ गई.’ उधर, तहसीलदार ने माइकल टिर्की ने माना कि रामकली घूस देने के लिए अपनी भैंस लेकर आई थीं.