लॉकडाउन के कारण देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है जिसे पटरी पर लाने के लिए सरकार ने शराब की दुकानों को खोलने का फैसला किया है. हालांकि शराब की दुकानों पर लंबी भीड़ के कारण नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं. इसको ध्यान में रखकर पंजाब और छत्तीसगढ़ सरकारों ने अहम फैसला लिया है.
पंजाब सरकार ने शराब की होम डिलीवरी की अनुमति दे दी है. गुरुवार यानी 7 मई से से अब लोग घर बैठे शराब के मनपसंद ब्रांड को ऑर्डर कर सकेंगे और इसकी सप्लाई लोगों को घर में मिलेगी. पंजाब सरकार ने शराब ठेकों पर उमड़ रही भीड़ को कम करने के लिए ये फैसला लिया है. उधर छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में शराब की होम डिलीवरी शुरू कर दी है. एक ग्राहक एक बार में 5000 ml तक ऑनलाइन ऑर्डर कर सकता है, जिसकी डिलीवरी का शुल्क 120 रुपये होगा.
घर बैठे शराब पाने के लिए पंजाब सरकार ने कुछ नियम बनाए हैं. पंजाब में शराब के ठेके 7 मई से सुबह 9 से 1 बजे तक खुलेंगे. इस दौरान कोई भी व्यक्ति शराब का ऑर्डर दे सकता है. दोपहर एक बजे से शाम 6 बजे तक शराब की होम डिलीवरी की जाएगी. इस आदेश से जुड़ी फाइल को सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अनुमति दे दी है.
पंजाब सरकार ने शराब ही नहीं खाने-पीने का सामान और राशन की भी होम डिलीवरी की इजाजत दे दी है. 1 बजे से शाम 6 बजे के बीच इन सामानों की होम डिलीवरी की जाएगी.मालूम हो कि शराब व्यापारियों ने पंजाब सरकार से होम डिलीवरी की परमिशन मांगी थी या फिर सरकार को दी जाने वाली लाइसेंस फीस में कटौती की मांग उठाई है.
बता दें कि सोमवार को जब राज्य में शराब की दुकानें खुलीं तो लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन चुनौती साबित हो रहा है. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ही सबसे पहले केंद्र को शराब के ठेके खोलने की अनुमति का प्रस्ताव भेजा था. शराब की दुकानें बंद होने से पंजाब सरकार को हर महीने 500 करोड़ रुपये का भारी भरकम नुकसान का अनुमान है.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/amc-commissioner-vijay-nehra-to-stay-in-home-quarantine-for-two-weeks-after-contact-with-corona-infected/