गुजरात के डायमंड शहर सूरत में 16 पुलिस स्टेशनों में लॉकडाउन के सरकारी आदेश का उल्लंघन करने पर आईपीसी की धारा 269, 270, 188 और महामारी अधिनियम की धारा 3 और 13 (i) के तहत 120 मामले दर्ज किए गए हैं. इसमें कुल 135 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. वहीं रात 11 बजे पांडेसरा स्थित वडोद गांव से गांव जा रहे लोगों को पुलिस ने रोकना चाहा तो उन्होंने पुलिस बल पर ही पथराव कर दिया.
सूरत शहर में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कथित रूप से उल्लंघन और पुलिसकर्मियों पर हमले के आरोप में 93 प्रवासी कामगारों को गिरफ्तार किया गया है. मिल रही जानकारी के अनुसार गणेश नगर और तिरुपति नगर इलाकों में रह रहे लगभग 500 प्रवासी कामगार रविवार रात सड़कों पर उतर आए, जिसके बाद हालात तनावपूर्ण हो गए. वे अपने मूल निवास स्थानों पर जाने के लिये वाहन उपलब्ध कराने की मांग कर रहे थे. पुलिस से जुड़े लोगों ने कहा सूरत के पंडेसरा इलाके में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग रहते हैं, यहीं पर गणेश नगर और तिरुपति नगर इलाके हैं. वे यहां पावरलूम और वस्त्र प्रसंस्करण इकाइयों में काम करते हैं.
पुलिस ने जब प्रवासी मजदूरों को समझाने की कोशिश की और वापस घर लौटने की अपील की तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया. पथराव में पुलिस के कई वाहनों को नुकसान हुआ. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि कुछ उपद्रवियों को रविवार रात जबकि कुछ को सोमवार को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा, ”हमने 500 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और 93 लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके खिलाफ दंगा, पुलिस पर हमला, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं और पाबंदियों के उल्लंघन के लिये खिलाफ महामारी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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