हाल ही में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है. साथ ही उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति में भी शामिल किया गया है. Yashwant Sinha
शनिवार को कोलकाता स्थित टीएमसी दफ्तर पहुंच यशवंत सिन्हा ने पार्टी का दामन थामा था. ममता बनर्जी की पार्टी में शामिल होने के मौके पर यशवंत सिन्हा ने कहा था कि दीदी पर हुए हमले के बाद उन्होंने तय कर लिया था कि अब टीएमसी में जाएंगे. Yashwant Sinha
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भाजपा पर बोला था हमला
टीएमसी में शामिल होने पर उन्होंने कहा था, “आपको आश्चर्य होना चाहिए कि मैं पार्टी में क्यों शामिल हो रहा हूं और एक्टिव हो रहा हूं, खासकर इस उम्र में जब मैंने कुछ साल पहले खुद को मुख्यधारा की राजनीति से दूर कर लिया था. मैं कहना चाहूंगा कि देश एक असाधारण स्थिति से गुजर रहा है. यह अभूतपूर्व है.” Yashwant Sinha
तब यशवंत सिन्हा ने कहा था, ‘विमान अपहरण कांड को लेकर मीटिंग चल रही थी और इस दौरान ममता बनर्जी ने कहा था कि मैं आतंकियों के समक्ष खुद को बंधक के तौर पर पेश कर दूंगी. शर्त बस इतनी होगी कि बंधक बनाए गए यात्रियों को आतंकी छोड़ दें.’ Yashwant Sinha
2018 में छोड़ी थी बीजेपी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे यशवंत सिन्हा लगातार मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं. यशवंत सिन्हा 2014 के बाद से ही बीजेपी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे. अकसर वह पार्टी नेतृत्व और केंद्र सरकार के फैसलों पर सवाल उठाते रहते थे. इसके बाद 2018 में उन्होंने बीजेपी छोड़ दी थी. Yashwant Sinha
यशवंत सिन्हा ने पीएम नरेंद्र मोदी की नोटबंदी से लेकर जीएसटी के फैसले से नाराजगी के बाद बीजेपी से अपना सारा रिश्ता खत्म का ऐलान किया था. यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त और विदेश मंत्री थे.